धर्मशाला: कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर देशभर में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन लगने के बाद भी कोविड-19 के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. रोजाना देशभर में कोरोना के सैंकड़ों मामले सामने आ रहे हैं. लॉकडाउन लगने से देश की अर्थव्यव्स्था को काफी नुकसान हुआ है.
धर्मशाला नगर निगम में भी लॉकडाउन के कारण लगभग 2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. नगर निगम ने लॉक डाउन के दौरान कई छूट दी थी ताकि लोगों को परेशानी न हो. वहीं, अब नगर निगम ने फैसला लिया है घाटे को नया टैक्स लगाकर वसूल नहीं किया जाएगा, जबकि नगर निगम के संसाधनों का उचित प्रयोग करके इस घाटे की भरपाई की जाएगी.
मेयर दवेंद्र जगी ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से नगर निगम ने बहुत से कार्य किए हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में विकास के कार्य रुके हुए थे. वैसे ही धर्मशाला में भी काफी कार्य रुके हुए थे. उन्होंने कहा कि नगर निगम का राजस्व का घाटा हुआ है. नगर निगम की जो अपनी दुकानें थी उनका किराया 3 महीने तक नहीं लिया है.
मेयर ने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स को भी नहीं लिया गया है. लॉकडाउन के दौरान निजी तौर पर लोगों के नक्शे का काम भी अधर में लटक गया है. मेयर ने बताया कि लगभग 2 करोड़ रुपये का नगर निगम को नुकसान हुआ है. वहीं, उन्होंने कहा कि घाटे की भरपाई के लिए अभी तक हमने कोई फैसला नहीं लिया है.
महापौर ने कहा कि नगर निगम का मर्ज एरिया पर टैक्स लगने से उन्हें आय मिलेगी. इसके अलावा पार्किंग, प्रॉपर्टी लीज पर देकर आय बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अपने स्तर पर आय बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाएगा. फिलहाल नगर निगम कोई नया टैक्स नहीं वसूलेगा.