धर्मशाला:कांगड़ा जिले में इन दिनों आदि हिमानी चामुंडा मार्ग का मुद्दा गर्माया हुआ है. खास बात ये है कि वन विभाग के एक फैसले के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए. बीजेपी से लेकर कांग्रेस के नेता भी एक साथ खड़े नजर आए. आखिर क्या है ये पूरा मामला, जिस पर सरकारी विभाग के एक्शन के खिलाफ दोनों दल एक साथ नजर आ रहे हैं. दरअसल सोमवार 15 जनवरी को कांगड़ा के जिला मुख्यालय धर्मशाला में भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोग सड़क पर उतर गए. जिला उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल को ज्ञापन सौंपकर विन विभाग के अरण्यपाल को बर्खास्त करने की मांग की गई.
क्या है पूरा मामला- प्रदर्शन में शामिल हुए ग्रामीणों ने बताया कि 3 पंचायतों के लोगों ने पैसा इकट्ठा करके सरकार की योजना के साथ करीब 100 सोलर लाइटें हिमानी चामुंडा ट्रैक पर लगाई गई थी लेकिन वन विभाग ने एक शिकायत होने के बाद करीब 40 लाइटें हटा दी हैं. ग्रामीणों के मुताबिक शिकायत में पर्यावरण और वन्य जीवन को नुकसान की बात कही गई थी, जो सरासर गलत है लेकिन वन विभाग ने बिना जांच किए ही ये कदम उठाया.
प्रदर्शन में शामिल हुए ग्रामीण तेजेंद्र और सुरेंद्र के मुताबिक पालमपुर में करीब 14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित आदि हिमानी चामुंडा मंदिर तक पहुंचने का रास्त बहुत ही कठिन है. ग्रामीणों ने सरकार के साथ मिलकर 85-15 हिस्सेदारी में करीब 100 लाइटें लगवाई ताकि मंदिर तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत ना हो लेकिन एक शिकायत पर एक्शन लेते हुए 39 सोलर लाइटें हटा दी गई. जिसके खिलाफ उन्होंने प्रदर्शन किया है.
बीजेपी के कांगड़ा जिला अध्यक्ष सचिन जिंदल के मुताबिक "ये लाइटें सुविधा के लिए लगाई गई थी लेकिन वन विभाग ने इन्हें हटा दिया. हमने डीसी कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा है और हटाई गई सोलर लाइट्स को जल्द से जल्द अपने स्थान पर लगाने के लिए कहा है. साथ ही जिन अधिकारियों ने इन लाइट्स को हटावाया है उन्हें सस्पेंड किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया गया तो इससे भी बड़ा प्रदर्शन होगा."
ज्ञापन मिला है कि आदि हिमानी चामुंडा ट्रैक पर कुछ सोलर लाइट्स लगी थी, जिन्हें डिसकनेक्ट किया गया है. इस मामले में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है और इस मामले के दोषी के खिलाफ एक्शन की मांग की है. मामले में जांच की जा रही है और लाइट्स की बहाली जल्द से जल्द करने की कोशिश है. - डॉ. निपुण जिंदल, जिलाधीश, कांगड़ा