धर्मशाला: प्रदेश में पहाड़ बेतरतीब तरीके से काटे गए हैं. मैंने पूर्व में बतौर उद्योग मंत्री भी यह बात कही थी कि पहाड़ों का कटान सही से नहीं हो रही है. यह बात डिप्टी सीएम मुकेश अग्रिहोत्री ने प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड मुख्यालय के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान कही. डिप्टी सीएम ने कहा बेतरतीब पहाड़ काटकर उसकी सामग्री को ठेकेदारों ने यूज कर लिया. पहाड़ियों का दरकना चिंता का विषय है, आपदा में लोगों के मकान ही नहीं टूटे, बल्कि दिल भी टूटे हैं.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा हिमाचल में आए संकट को पूरा देश देख रहा है. त्रासदी अपने पीछे कई सवाल छोड़ जाती है. जिला कांगड़ा में पहाड़ियां दरकने से ज्यादा नुकसान हुआ है. मेरी आज भी डीसी कांगड़ा से बात हुई है कि पहाड़ियां दरकने की असली वजह क्या है? यह जानने के लिए बड़ी एजेंसियां हायर की जाएं. आपदा के लिए डैम, फोरलेन, पहाड़ियों को दोषी ठहराया जा रहा है. असली वजह क्या है, यह तो भू-वैज्ञानिक की बता पाएंगे.
डिप्टी सीएम ने कहा जिला कांगड़ा में जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरफ, एनडीआरएफ द्वारा 3000 लोगों को रेस्क्यू किया गया. जिला में अभी भी करीब 500 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं. इस त्रासदी में जिला में 9 मौतें भी हुई हैं। जिला में 1300 मकानों को आपदा से नुकसान पहुंचा है, जिनमें 400 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं. जिला में आपदा से हुए नुकसान पर 4 करोड़ की राशि की फौरी राहत के तौर पर वितरित की जा चुकी है.