धर्मशाला: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शाहपुर विधानसभा के मनई में 68 करोड़ की दो पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा जल मिशन के तहत का अधूरा कार्य 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके तहत कांगड़ा जिला में 1027 करोड़ खर्च हो रहे हैं. कांगड़ा हिमाचल प्रदेश का अहम जिला है, जहां पर जल एवं सिंचाई क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए निर्णायक प्रयास हो रहे हैं. राज्य के हर खेत तक चरणबद्ध तरीके से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि नूरपुर क्षेत्र की फिन्ना सिंह मध्यम सिंचाई योजना अरसे से लटकी थी और अब तक तीन सौ करोड़ इस पर खर्चे जा चुके थे, लेकिन अब प्रदेश सरकार के प्रयासों से अब इसकी केंद्र से इन्वेस्टमेंट क्लीयरेंस मिली है. परियोजना की लागत 643 करोड़ तक पहुंच गई है. ज्वाली क्षेत्र की सुखाहार योजना भी ठंडे बस्ते में थी, अब सरकार ने इसे केंद्र को प्रेषित करने की इजाजत दी है. इस पर भी 223 करोड़ व्यय होंगे. ज्वालामुखी क्षेत्र की मध्यम सिंचाई योजना 367 करोड़ की है, इसको भी राज्य की कमेटी से मंजूर कर केंद्र को भेजा गया है. पालमपुर की सीवरेज योजना पर 350 करोड़ खर्च किया जा रहा है. एशियन विकास बैंक द्वारा 120 करोड़ पेयजल योजनाओं के लिए प्रस्तावित हैं.