हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर CWPRS की स्वीकृति, मांझी खड्ड पर बनेगा ओवरहेड ब्रिज

कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर एक और पड़ाव पूरा हो गया है. मांझी खड्ड पर बनेने वाले ओवरहेड ब्रिज के लिए CWPRS ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. वहीं, जिला प्रशासन को एयरपोर्ट विस्तार के लिए सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट के लिए जल्द अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है.

कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण
कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण

By

Published : Feb 26, 2023, 3:23 PM IST

डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल.

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एयरपोर्ट विस्तार को लेकर मांझी खड्ड (नदी) पर बनने वाले रनवे ब्रिज को लेकर सीडब्ल्यूपीआरएस ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. वहीं, जिला प्रशासन को एयरपोर्ट विस्तार के लिए सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट के लिए जल्द अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है. कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कवायद लंबे समय से चल रही है, लेकिन विभिन्न तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कई कार्य किए जाने हैं, जिन्हें अंजाम दिया जा रहा है.

डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल का कहना है कि मांझी खड्ड पर रनवे ब्रिज बनाने की फिजिबिलिटी स्टडी का कार्य सीडब्ल्यूपीआरएस पुणे को दिया गया था, जहां से जनवरी माह में प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त हो गई है. उसमें कहा गया है कि मांझी खड्ड पर रनवे ब्रिज का निर्माण संभव है. डीसी ने कहा कि सोशल इम्पेक्ट एसेस्मेंट (एसआईए) किसी भी भूमि अधिग्रहण को प्रथम चरण होता है. उसके संबंध में भी सरकार से अधिसूचना अपेक्षित है, जिसके संबंध में जानकारी मिली है कि प्रदेश सरकार की ओर से 2-3 दिन में अधिसूचना को जारी कर दिया जाएगा. उसके बाद एसआईए का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

डीसी कांगड़ा ने कहा कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण हेतू 147 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जानी है, जिसमें 123 हेक्टेयर निजी भूमि है और 24 हेक्टेयर के करीब सरकारी भूमि है. एसआईए की नोटिफिकेशन प्रदेश सरकार से होने के उपरांत तभी इसका सोशल इम्पेक्ट एसेस्मेंट का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. संभावना है कि 31 मार्च तक इस रिपोर्ट को भी फाइनलाइज कर लिया जाएगा. गौरतलब है कि वर्तमान में कांगड़ा एयरपोर्ट की एयर स्ट्रिप 1376 मीटर की है, इसे 3100 मीटर तक ले जाने के आदेश प्रदेश सरकार के हैं. इसके लिए जो भी भूमि अधिग्रहित की जानी है, चाहे सरकारी हो या गैर सरकारी, उसकी सारी डिटेल जिला प्रशासन ने प्रदेश सरकार को प्रस्तुत कर दी है.

ये भी पढे़ं:शिमला के तांगणू रमई साईं ऊर्जा हाइडल प्रोजेक्ट में चोरी, करीब 30 लाख का सामान ले उड़े शातिर

ABOUT THE AUTHOR

...view details