धर्मशाला: मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रीय युवा अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरूदर्शन गुप्ता के द्वारा किया गया. मुख्य अतिथि डॉ. गुरुदर्शन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी को अपना एचआईवी का स्टेट्स पता होना चाहिए. एचआईवी के बारे में हम सब खुल कर बात करें और एचआईवी के बारे में जागरूकता फैलाएं.
डॉ. गुरूदर्शन ने बताया कि 90 प्रतिशत जनसंख्या को अपना एचआईवी स्टेटस का पता होना चाहिए. 90 प्रतिशत एचआईवी से ग्रसित लोग एआरटी (दवाईयां) प्राप्त करें. कार्यशाला के अंत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने सभी से आहवान किया कि किसी भी आपदा से लड़ने के लिये स्वास्थ्य विभाग ही पर्याप्त नहीं है. उसके लिए जनता का सहयोग जरूरी है.
स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर शुरू हुआ युवा दिवस
इस कार्यशाला के दौरान आईसीटीसी काउंसलर प्रीत किरण ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर शुरू हुए युवा दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 12 जनवरी, 1863 को स्वामी विवेकानंद जी का जन्म हुआ था.
इस दिन को देश युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य युवा पीढ़ी को यह बताना है कि जिस तरह स्वामी विवेकानंद जी ने अपने जीवन में सफलता हासिल की ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल करे.
एड्स के फैलने पर दी जानकारी
इस अवसर पर जिला एड्स परियोजना अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने जानकारी देते हुए बताया कि एड्स फैलने के मुख्य चार कारण जैसे असुरक्षित यौन संबंध, एचआईवी संक्रमित खून स्वस्थ व्यक्ति में चढ़ाने से, संक्रमित मां से उसके बच्चे में और बिना सेनिटाइज हुई सुई का प्रयोग करने से होता है. एड्स साथ रहने से, साथ खाना खाने से, हाथ मिलाने से और मच्छर के काटने से नहीं होता है.