नूरपुर:आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीति में कर्ज को लेकर घमासान मचना लगभग तय माना जा रहा है. सीएम जयराम ठाकुर कांगड़ा दौरे पर हैं. उन्होंने प्रदेश के लिए बार बार कर्ज लेने व वित्तिय स्थिति के प्रश्न पर कहा कि उनकी सरकार तो कंजूसी से कर्ज ले रही है ,लेकिन यदि भाजपा की जगह कांग्रेस की सरकार होती तो इस समय कर्ज 60 हजार करोड़ से ऊपर हो जाता.
उन्होंने कहा कि हिमाचल को ज्यादा कर्जदार बनाने में कांग्रेस का सबसे बड़ा हाथ है. उन्होंने कहा कि सन 1993 से 1998 तक प्रदेश के लिए सबसे ज्यादा कर्ज लिया गया. मुख्यमंत्री ने यह माना कि कर्ज लेना मजबूरी है, लेकिन अंधाधुंध तरीके से नहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के राजस्व को बढ़ाने के लिए पर्यटन, खनन विभाग तथा जीएसटी को प्रभावी ढंग से लागू करने पर काम कर रही है. खनन से राजस्व को बढ़ाने के लिए नई नीतियां लागू करने पर काम किया जा रहा है. प्रदेश में जो लोग जीएसटी चोरी कर रहे हैं उन पर शिकंजा कसा जा रहा है.
सीएम के कांग्रेस पर कर्ज को लेकर निशाना साधने के बाद अब कांग्रेस की ओर से जवाब आना बाकि है. राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इसका जवाब सीएम जयराम ठाकुर को देने का मन बना चुकी है. जल्द ही इसका जवाब दिया जाएगा. वैसे प्रदेश की सियासत में कर्ज को लेकर राजनीति होती रही है, लेकिन 6 मार्च को बजट आना है ऐसे में सीएम जयराम ठाकुर का कर्ज को लेकर बयान आना बजट सत्र के दौरान विपक्ष उठाकर मुद्दा बना सकता है.
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