धर्मशाला: कोविड-19 के संकट का समय राजनीति का दौर नहीं था. हालांकि सरकार की खामियां उठाना विपक्ष का काम है,लेकिन संकट काल में विपक्ष राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास करता रहा. यह बात सीएम जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए धर्मशाला के पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. सीएम ने कहा कि पहले एक पत्र पूर्व सीएम की ओर से आया, फिर एक पत्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और विपक्ष के नेता की ओर से आया. कांग्रेस का आलम यह है कि नए बने विधायक भी अनुभव की बात कह रहे हैं, जैसे कि उन्हें अनुभव विरासत में मिला हो. सीएम ने कहा कि हमसे गलतियां हुई होंगी, लेकिन यह समय राजनीति करने का नहीं है.
सीएम जयराम ने कहा कि हिमाचल में जहां विपक्ष की ओर से सरकार की खामियां निकाली जा रही हैं. वहीं, कांग्रेस समर्थित राज्यों के लोग,हमारे अधिकारियों से पूछ रहे हैं कि आप किस तरह से कोविड-19 की स्थिति से निपट रहे हैं. विपक्ष के लोगों को पंजाब व राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से पूछना चाहिए कि वहां परिस्थितियां क्या हैं. सीएम ने आरोप लगाया कि विपक्ष राजनीतिक मकसद से मामले उठा रहा है. कुछ लोग इस समय भी राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं.
सीएम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जो घटित हुआ,उसको लेकर जो भी कार्रवाई है,वो की गई है. इसमें भी विपक्ष राजनीति करता रहा. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के इस्तीफे के बाद विपक्ष ने सोचा कि क्यों न सीएम से भी इस्तीफा मांग जाए. सीएम ने कहा कि बीजेपी नैतिकता वाली पार्टी है, उसी के चलते प्रदेशाध्यक्ष ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है. सीएम ने कहा कि बौखलाया विपक्ष अन्य मुद्दों पर भी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है यह विपक्ष भी जानता है.
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