धर्मशालाःमुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज बुधवार को कांगड़ा जिले के धर्मशाला में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा बैठक में जिले में कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि होम आइसोलेट गंभीर मरीजों को तुरंत स्वास्थ्य संस्थानों में शिफ्ट किया जाए ताकि उन्हें उचित उपचार उपलब्ध करवाया जा सके. साथ में कहा कि सरकार ने प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता 1500 से बढ़ाकर 5000 कर दी है. राज्य सरकार की मांग पर केंद्र ने ऑक्सीजन कोटा 15 से बढ़ाकर 30 मीट्रिक टन कर दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने केंद्र से ऑक्सीजन कोटा 10 मीट्रिक टन और बढ़ाने का आग्रह किया है.
स्वास्थ्य संस्थानों में बढ़ा रही ईसीयू बिस्तरों की संख्या
जयराम ठाकुर ने कहा कि स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर सरकार स्वास्थ्य संस्थानों में आईसीयू बिस्तरों की संख्या भी बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि टांडा अस्पताल के लिए 20 अतिरिक्त वेंटिलेटर और आईजीएमसीए शिमला को 25 अतिरिक्त वेंटिलेटर दिए गए हैं साथ में नागरिक अस्पताल नूरपुर में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की व्यवस्था की गई है.
स्वास्थ्य संस्थानों में नई नियुक्तियां करने के किए जा रहे प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करने के लिए आउटसोर्स आधार पर लगभग 3000 कर्मचारियों की भर्ती की है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में नई नियुक्तियां करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य सरकार ने कोविड मरीजों के शवों के प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि यदि मृतक के परिजन शव को उनके पैतृक स्थान ले जाना चाहते हैं तो इसके लिए परिजनों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.
होम आइसोलेशन तंत्र को मजबूत करने के किए जाने चाहिए प्रयास
जयराम ठाकुर ने कहा कि होम आइसोलेशन तंत्र को मजबूत करने के प्रयास किए जाने चाहिए क्योंकि कुल कोविड मरीजों में से लगभग 90 प्रतिशत होम आइसोलेशन में है. उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि जैसे विधायक, प्रधान, बीडीसी सदस्य, जिला परिषद सदस्य और वार्ड सदस्य कोरोना मरीजों के परिवार के सदस्यों के सम्पर्क में रहकर होम आइसोलेशन तंत्र को मजबूत करने में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि पैरा मेडिकल स्टाफ को भी होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य मानकों की नियमित रूप से निगरानी करनी चाहिए.