धर्मशालाःहिमाचल प्रदेश राज्य हस्तकला और हथकरघा निगम द्वारा आज एकीकृत डिजाइन और तकनीकी विकास परियोजना प्रशिक्षण केंद्र चामुण्डा में बांस शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक विशाल नैहरिया ने किया. नैहरिया ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य कारीगरों को अच्छी व उन्नत तकनीक का विकास करके वस्तुओं का निर्माण करना है. जिससे कारीगरों की आय में वृद्धि होगी और भारत सरकार का ‘लोकल फार वोकल’ का नारा भी सार्थक होगा.
कारीगरों को मिलेगा 7500 रुपए प्रतिमाह प्रशिक्षण भत्ता
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 40 कारीगरों को तीन माह का बांस शिल्प का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिसमें कारीगर बांस के नए डिजाइन व तकनीक से कई वस्तुओं का निर्माण करेंगे. जिसके लिए निगम द्वारा एक डिजाइनर और एक मास्टर क्राफ्ट की नियुक्ति की गई है. उन्होंने बताया कि इन कारीगरों को 7500 रुपए प्रतिमाह प्रशिक्षण भत्ता सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा.