रेस्टोरेंट संचालक अंजू राणा. धर्मशाला: यूं तो पर्यटकों को लुभाने के लिए कारोबारी नई तरह की तरकीब ढूंढते रहते हैं, लेकिन पर्यटन नगरी धर्मशाला में सैनिकों को मद्देनजर रखते हुए भारतीय सेना की एक बटालियन को समर्पित रेस्टोरेंट बनाया गया है, जो सभी के आकर्षण का केंद्र बना हुआ (Army cantonment look restaurant in Dharamshala) है. धर्मशाला की ग्लोबल सिटी मैकलोड़गंज दुनियाभर में पर्यटन कारोबार के लिए मशहूर है. यहां पर्यटन के बल पर ही कारोबारियों का हर साल करोड़ों का टर्नओवर होता है.
बावजूद इसके शायद ही कोई ऐसा पर्यटन कारोबारी होगा जो देश की सेना या सैनिकों के लिए किसी तरह की रियायत देता हो. लेकिन सैनिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाली एक महिला ने देश के सैनिकों और उनके परिवारों के लिए एक अजब फैसला लिया है. उन्होंने धर्मशाला से पर्यटन नगरी नड्डी के बीच आने वाले टैंगल बोर्ड नामक स्थान पर जय बारह नाम से एक ऐसा रेस्टोरेंट तैयार किया है, जिसे पूरी तरह से भारतीय सेना की छावनी का लुक दिया गया है. यहां सैनिकों के लिए हर फूड आइटम पर 40 फीसदी की छूट भी दी जा रही है. इतना ही नहीं जैकलाई बारह के सैनिक परिवारों के लिए ये छूट और भी आकर्षक और विशेष है.
टैंगल बोर्ड में बनाये गए इस रेस्टोरेंट को भारतीय सेना की छावनी का लुक दिया गया है. टैंगल बोर्ड ऊंची पहाड़ियों पर बसा हुआ है. यह एक ऐसा हिल स्टेशन है, जिसके इर्द गिर्द भारतीय सेनाओं की छावनियां भी हैं और ये बोर्डर की ही तरह प्रतीत भी होता है. ऐसे में जैकलाई बारह के कर्नल की धर्मपत्नी अंजू राणा ने इस रेस्टोरेंट को बोर्डर की ही तरह डिजाइन किया है. जहां आकर पर्यटक फौजियों की रूटीन लाइफ को महसूस कर सकते हैं. क्योंकि यहां दो बंकर और एक मचान भी बनाया गया है, जहां से अमूमन फौजी दुश्मनों पर पैनी निगाह रखते नजर आते हैं.(Army bunker style restaurant in Dharamshala).
इस रेस्टोरेंट में जहां डिफेंस के लोगों का खास ख्याल रखा गया है, वहीं आम जनता के लिए भी इसे अनोखा बनाया गया है. यहां लेह और लदाख की वादियों जैसे सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जहां पर्यटक अपनी तस्वीरे खिंचवा सकते हैं. अंजू राणा ने अपने रेस्टोरेंट में फौजियों से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज को शुमार किया है ताकि आम जनता खान-पान के साथ सैनिकों की कठिन और दुर्लभ जिंदगी का भी अभास कर सकें.
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