धर्मशालाः हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा दसवीं व बारहवीं कक्षा के कम्पार्टमेंट वाले परीक्षार्थियों से वसूली जा रही 2450 रुपये फीस को लेकर एबीवीपी ने कड़ा विरोध जताया है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को धर्मशाला में शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को बढ़ी हुई फीस को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
दसवीं व बारहवीं कक्षा के कम्पार्टमेंट के लिए बढ़ी हुई फीस को लेकर सौपे गए ज्ञापन में एबीवीपी ने कम्पार्टमेंट के प्रवेश पत्र भरने से वंचित रहे स्टूडेंटस को भी राहत देने की मांग उठाई. इस मांग के देखते हुए शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने वंचित रहे परीक्षार्थियों के लिए तिथि को 10 दिसंबर तक बढ़ा दिया है.
बता दें कि फीस शेडयूल जो वर्तमान में है वही रहेगा, यानी 10 दिसंबर तक प्रवेश पत्र भरने वाले परीक्षार्थियों के लिए किसी तरह की फीस नहीं बढ़ाई जाएगी. एबीवीपी का आरोप है कि बोर्ड प्रबंधन की लेटलतीफी का खामियाजा स्टूडेंटस को भुगतना पड़ रहा है.
जानकारी के अनुसार परीक्षार्थियों से ऑनलाइन आवेदन तो मांगे गए, लेकिन स्कूल प्रबंधनों को गेटवे लिंक नहीं दिया गया. जिसके चलते परीक्षार्थी समय पर ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए और जब गेटवे खुला तो फीसदी 450 की जगह 2450 रुपये हो गई थी. एबीवीपी ने फीस वृद्वि पर भी रोष जताया, जिस पर बोर्ड प्रशासन ने स्पष्ट किया कि बोर्ड ने कोई फीस नहीं बढ़ाई गई है.
वहीं, स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि एबीवीपी के छात्र एक ज्ञापन लेकर आए थे कि बोर्ड ने जो कम्पार्टमेंट या री-अपीयर की जो फीस बढ़ाई है उसे कम किया जा. रिकॉर्ड चेक करके उन्हें बताया कि किसी भी तरह की फीस नहीं बढ़ाई गई है. जो फीस और लेट फीस शेडयूल 2018 में था, उतनी ही फीस ली जा रही है.
वही एबीवीपी जिला संयोजक अभि राणा ने कहा कि बोर्ड ने कम्पार्टमेंट परीक्षाओं की फीस समय-समय पर बढ़ाई जा रही थी. हमारी मांग थी कि फीस को न बढ़ाया जाए और प्रवेश पत्र भरने की तिथि को बढ़ाया जाए. बोर्ड चेयरमैन ने हमारी मांग पर कम्पार्टमेंट परीक्षा के प्रवेश पत्र भरने की तिथि को 10 दिसंबर तक बढ़ा दिया है.