कांगड़ा: अगर लक्ष्य मजबूत हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता. यही कर दिखाया है नूरपुर विधानसभा के तहत सुल्याली पंचायत की आकृति हीर ने. 24 साल की आकृति ने युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए अकादमी खोली है.
आकृति 20 साल की उम्र में यूरोप की सबसे ऊंची चोटी एल्ब्रुस को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही हैं. आकृति ने 2012 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी से ट्रेनिंग ली थी.
एल्ब्र्स चोटी को फतह कर उसने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे कम युवा पर्वतारोही के रूप में अपना नाम दर्ज करवाया है. वहीं, आकृति हीर एनसीसी-7 पंजाब बटालियन की बेस्ट केडेट भी रहीं.
आकृति हीर ने कहा कि गांव में रहकर उसने देखा कि अधिकतर युवा पीढ़ी या तो मोबाइल में व्यस्त रहती है या फिर नशे की चपेट में आ गई है.
इस बात को लेकर आकृति ने सेवानिवृत्त कुलदीप राणा से सम्पर्क कर युवकों और युवतियों को सेना में जाने के लिए प्रशिक्षण देने का फैसला लिया, जिसके लिए उन्होंने अकादमी खोली है, जिससे युवा नशे जैसी कुरीतियों को छोड़कर देश सेवा कर सकेंगे.