धर्मशाला:धर्मशाला विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी ने बारी-बारी से सत्ता का सुख लिया है. इस बार भी कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों के बीच ही जंग देखने को मिल रही है. हालांकि, आम आदमी पार्टी चुनावी दंगल में कूदी तो जरूर लेकिन उसका जनाधार बनता हुआ नजर नहीं आया. वहीं, भाजपा से बागी हुए विपिन नेहरिया ने भी आजाद प्रत्याशी के तौर पर अपना भाग्य आजमाया है. (Congress candidate Sudhir Sharma).
वहीं, बात अगर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार सुधीर शर्मा की कि जाए तो साल 2012 के विधानसभा चुनावों में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह सुधीर शर्मा को बैजनाथ सीट से धर्मशाला लाए थे. सुधीर शर्मा को धर्मशाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाया था, जिसमे 21,241 वोटों से सुधीर शर्मा ने जीत दर्ज की थी. उन्हें विधायक बनाया गया था. इस दौरान सुधीर शर्मा ने शहरी विकास मंत्री का दायित्व भी निभाया. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनावों में सुधीर शर्मा को हार का मुंह देखना पड़ा था. (BJP candidate Rakesh Chowdhary)
भाजपा ने इस बार राकेश चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. राकेश चौधरी ने साल 2019 के उप चुनावों में आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इन उप चुनावों में भाजपा के उम्मीदवार विशाल नेहरिया ने जीत दर्ज की थी. इससे पहले भाजपा के उम्मीदवार राकेश चौधरी जदरंगल के पद्दर पंचायत के एक बार उप प्रधान व एक बार प्रधान के पद पर भी रह चुके हैं. राकेश चौधरी ठेकेदारी भी करते हैं. चौधरी होने के नाते वर्ष 2019 के हुए उप चुनावों में उन्हें ओबीसी समुदाय का भी साथ मिला था.