ज्वालामुखी: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अब इस दुनिया में नहीं रहीं. अचानक दिल का दौरा पड़ने की वजह से वह इस दुनिया को छोड़कर चली गई.
बता दें कि 1989 में विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में सुषमा स्वराज अपने कार्यकर्ताओं के साथ आई थी. उस समय भारतीय जनता पार्टी का विस्तार का युग था और कार्यकर्ताओं को जोड़ने का समय था. सुषमा स्वराज ने यहां आकर संगठन के विस्तार पर चर्चा की थी. सुषमा स्वराज ज्वालामुखी में 2 दिन तक रुकी थी. इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता मंदिर में सुषमा स्वराज से मिलने पहुंचे थे.
स्थानीय भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता गया प्रसाद पाधा ने भाजपा वरिष्ठ नेत्री सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज ने अपने जीवन काल में राजनीति में आदर्श महिला राजनीतिज्ञ रही है. उन्होंने कहा कि हर एक कार्यकर्ता को अपने परिवार के सदस्य की भांति मानते हुए उस संघर्ष के दौर में एक विचार के प्रति प्रतिबद्धता सुषमा स्वराज की विशेषता थी.
वहीं स्थानीय भाजपा विधायक रमेश धवाला ने कार्यकर्ताओं सहित भाजपा वरिष्ठ नेत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए. रमेश धवाला ने कहा कि सुषमा स्वराज भारतीय राजनीति के कद्दावर नेताओं मे से एक थी. उन्होंने महिलाओं को बताया कि कैसे राजनीतिक घराने से आए बिना ही राजनीति में पैर जमाया जाता है.