कांगड़ा: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती पर सुलह विधानसभा क्षेत्र के दरंग में आयोजित समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, विपिन सिंह परमार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने इस अवसर पर नेता सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यापर्ण उन्हें नमन किया.
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने वीर नारियों, वरिष्ठ पूर्व सैनिकों और स्वतंत्रता सैनानियों के परिजनों को सम्मानित किया. दरंग में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी और सबसे बड़े और महान राष्ट्रवादी नेता थे.
विपिन सिंह परमार ने कहा कि नेता जी भारत के एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने बहुत संघर्ष किया और एक बड़ी भारतीय आबादी को स्वतंत्रता संघर्ष के लिए प्रेरित किया. भारतीय इतिहास में सुभाष चंद्र बोस सबसे महान व्यक्ति औैर बहादुर स्वतंत्रता सेनानी थे और उनका महान योगदान अविस्मरणीय है.
विपिन सिंह परमार ने कहा कि नेता जी वास्तव में भारत के एक सच्चे बहादुर हीरो थे, जिन्होंने भारतीय सिविल सेवा की नौकरी छोड़ स्वतंत्रता संग्राम का रास्ता चुना. उन्होंने कहा कि ऐसी महान विभुतियों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा प्राप्त होती है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश वीरों की भूमि है. प्रदेश के लाखों लोग भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और दे रहे हैं. सेना के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार पहले परमवीर चक्र को प्राप्त करने का गौरव भी हिमाचल प्रदेश के मेजर सोमनाथ शर्मा को प्राप्त है. देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्रदेश के हजारों वीर सैनिकों ने बलिदान दिया है.
मंत्री ने कहा कि आज सुभाष चंद्र बोस की जयंती के पावन पर्व को वीर नारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और पूर्व सैनिकों के साथ मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. वे स्वयं एक भूतपूर्व सैनिक के सुपुत्र हैं और जनसेवा की भावना से राजनीति में आएं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नेतृत्व में सरकार ने प्रदेश अपने प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने वाला राज्य है.