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स्वास्थ्य मंत्री ने सुभाष चंद्र बोस को अर्पित किए श्रद्धासुमन, कहा- सभी लोग महान विभूतियों से लें प्रेरणा

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती पर सुलह विधानसभा क्षेत्र के दरंग में आयोजित समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, विपिन सिंह परमार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने इस अवसर पर नेता सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि दी.

Subhash Chandra Bose
सुभाष चंद्र बोस को अर्पित किए श्रद्धासुमन

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Published : Jan 23, 2020, 8:15 PM IST

कांगड़ा: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती पर सुलह विधानसभा क्षेत्र के दरंग में आयोजित समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, विपिन सिंह परमार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने इस अवसर पर नेता सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यापर्ण उन्हें नमन किया.

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने वीर नारियों, वरिष्ठ पूर्व सैनिकों और स्वतंत्रता सैनानियों के परिजनों को सम्मानित किया. दरंग में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी और सबसे बड़े और महान राष्ट्रवादी नेता थे.

विपिन सिंह परमार ने कहा कि नेता जी भारत के एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने बहुत संघर्ष किया और एक बड़ी भारतीय आबादी को स्वतंत्रता संघर्ष के लिए प्रेरित किया. भारतीय इतिहास में सुभाष चंद्र बोस सबसे महान व्यक्ति औैर बहादुर स्वतंत्रता सेनानी थे और उनका महान योगदान अविस्मरणीय है.

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विपिन सिंह परमार ने कहा कि नेता जी वास्तव में भारत के एक सच्चे बहादुर हीरो थे, जिन्होंने भारतीय सिविल सेवा की नौकरी छोड़ स्वतंत्रता संग्राम का रास्ता चुना. उन्होंने कहा कि ऐसी महान विभुतियों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा प्राप्त होती है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश वीरों की भूमि है. प्रदेश के लाखों लोग भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और दे रहे हैं. सेना के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार पहले परमवीर चक्र को प्राप्त करने का गौरव भी हिमाचल प्रदेश के मेजर सोमनाथ शर्मा को प्राप्त है. देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्रदेश के हजारों वीर सैनिकों ने बलिदान दिया है.

मंत्री ने कहा कि आज सुभाष चंद्र बोस की जयंती के पावन पर्व को वीर नारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और पूर्व सैनिकों के साथ मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. वे स्वयं एक भूतपूर्व सैनिक के सुपुत्र हैं और जनसेवा की भावना से राजनीति में आएं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नेतृत्व में सरकार ने प्रदेश अपने प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने वाला राज्य है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमकेयर योजना में प्रदेश के 52 हजार के लोगों के उपचार पर 58 करोड़ रुपये व्यय किये गये हैं. गंभीर बीमारी से ग्रस्ति लोगों के लिए साहारा योजना आरंभ की गई है, जिसमें ऐसे व्यक्ति को प्रतिमाह दो हजार रुपये दिये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजबूत राष्ट्र की नीव रखी और पूरी दूनिया में भारत लोहा मनवाया है.

परमार ने कहा कि देश के भूतपूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन के रूप में सम्मान देकर वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया है. देश के लोगों को 5 लाख तक निशुल्क उपचार के लिए आयुष्मान योजना, किसान सम्मान समृद्धि योजना और उज्ज्वला योजना जैसी दर्जनों महत्वकांशी योजनाएं आरंभ की गई हैं.

कुछ देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित लोगों को नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत देश की नागरिकता देने का कानून बनाया है. नागरिकता संशोधन अधिनियम लोगों को नागरिकता देने वाला है, इससे किसी की नागरिकता को काई खतरा नहीं है. उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों से इस अधिनियम के बारे लोगों को जागरूक करने का भी आह्वान किया.

इस अवसर पर सेवियरस पालमपुर ने रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया, इसमें स्वास्थ्य मंत्री की पत्नी सहित 20 लोगों ने रक्तदान किया. इसके पश्चात स्वास्थ्य मंत्री ने ग्राम पंचायत परौर में 4 लाख से बने ओपन जिम का लोकार्पण किया. झज्जर में न्यूगल खड्ड पर पुल निर्माण पर सवा 4 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री लोक भवन पर 30 लाख तथा परौर खरोट के लिए कथुल कूहल पर 2 करोड़ व्यय किये जा रहे हैं. उन्होंने सामुदायिक भवन को 5 लाख, पांच सोला लाइटें देने की घोषणा की. बाडबंदी का प्राक्कलन तैयार करने के उपरांत धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया. उन्होंने आने वाले समय में इस क्षेत्र को शिक्षण संस्थान भी देने का आश्वासन दिया.

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