हमीरपुर:मां भारती के वीर सपूत शहीद अंकुश ठाकुर का छोटा भाई आदित्य विश्वास नहीं कर पा रहा था कि अब उसका भाई उससे बात नहीं करेगा. जब भाई की चिता को मुखाग्नि देने के लिए 12 साल के आदित्य को शहीद को लाया गया तो मासूम बोल पड़ा अंकुश भाई अपने छोटे भाई से बात कर लो भाई प्लीज उठ जाओ.
इससे पहले मासूम आदित्य बेहोश होकर जमीन पर गिर गया था. उसे पानी पिला कर होश में लाया गया था, ताकि अपने बड़े भाई शहीद अंकुश ठाकुर को मुखाग्नि दे सके. मासूम का ये विलाप दिल को चीरने वाला था.
आदित्य के इस विलाप को देख हर किसी का गला रूंध गया. मासूम के शब्द ऐसे थे मानों उसे पूरा विश्वास हो कि उसका भाई उठकर उससे अभी बात कर लेगा. इन क्षणों को इन लम्हों को शब्दों में बयां कर पाना बेहद मुश्किल है. आदित्य भाई को याद कर दो बार बेहोश हुआ.
शहीद अंकुश ठाकुर की उम्र 21 साल थी. छोटा भाई आदित्य अभी महज 12 साल का है. दोनों की उम्र में 9 साल का फासला है. ऐसे में बड़ा भाई किसी पिता से कम नहीं होगा. बडे भाई ने भी इस मासूम को गोद में खिलाया होगा. शहीद के पिता अनिल ने खुद को किसी तरह से संभाले रखा था, लेकिन जब विदाई का समय आया तो मुखाग्नि से ठीक पहले उनके आंसू भी निकल पड़े. छोटे-बेटे आदित्य के हाल को देखकर वह भी टूट से गए. मासूम बच्चे की तबीयत और ज्यादा न बिगड़े इसके लिए मुखाग्नि देने के तुरंत बाद उसको घर ले जाया गया.
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