हमीरपुर: स्कूल को शिक्षा का मंदिर भी कहा जाता है और गुरु की तुलना देवों से भी की जाती है. वहीं, शिक्षा के मंदिर में देश का भविष्य तैयार करने वाले शिक्षक इस मंदिर के पुजारी माने जाते हैं. इस कथन को एजुकेशन हब हमीरपुर के रिटायर शिक्षक तिलक राज शर्मा सार्थक साबित कर रहे हैं. राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित अध्यापक डॉ. तिलक राज रिटायरमेंट के बाद भी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लंबलू में बच्चों को निशुल्क पढ़ा रहे हैं.
रिटारमेंट के बाद भी छात्रों निशुल्क पढ़ा रहे तिलक राज: गौरतलब है कि डॉ. तिलक राज शर्मा इसी स्कूल से अप्रैल 2023 में सेवानिवृत्त हुए हैं. इनकी रिटायरमेंट के बाद से स्कूल में किसी नए अध्यापक की तैनाती नहीं हुई है. बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके चलते डॉ तिलक ने नए अध्यापक की तैनाती होने तक बच्चों को निशुल्क पढ़ाने का संकल्प लिया है. वह रोजाना सुबह 9 बजे स्कूल पहुंचते हैं और शाम को 3 बजे तक स्कूल की पांच कक्षाओं के बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं. तिलक राज शर्मा लंबलू स्कूल से करीब 7 किलोमीटर दूर कैहरवीं गांव में रहते हैं. संस्कृत के शिक्षक डॉ. तिलक राज शर्मा के इस कदम की हर कोई सराहना कर रहा है. बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए तिलक राज बच्चों को निशुल्क पढ़ा रहे हैं. साथ ही अन्य शिक्षकों के लिए भी रोल मॉडल बने हैं.
सेवानिवृत्ति के दिन ही तिलक राज ने लिया था संकल्प:डॉ. तिलक ने कहा कि जब वह 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए थे. तब उन्होंने बच्चों को नए शिक्षक के आने तक निशुल्क पढ़ाने का संकल्प लिया. 15 मई तक किसी नए शिक्षक कि तैनाती नहीं हुई तो, वह तब से रेगुलर स्कूल में आकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं. वे सुबह नौ बजे स्कूल पहुंचते हैं और शाम तीन बजे छुट्टी करते हैं. दिन भर छठी से दसवीं कक्षा के छात्रों की रूटीन में कक्षाएं लेते हैं.