हमीरपुर:हिमाचल प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल निर्मित होंगे. क्लस्टर योजना के आधार पर इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जाएगा. डे बोर्डिंग स्कूल के 15 मिनट के दायरे में आने वाले स्कूलों को इसमें मर्ज किया जाएगा. इन स्कूलों के विद्यार्थियों और स्टाफ को डे बोर्डिंग स्कूल में मर्ज कर यहां पर कान्वेंट स्कूल की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाएंगे. हिमाचल कांग्रेस सरकार के पहले बजट में इस योजना का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐलान किया था. इस योजना के तहत हर स्कूल के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे. हालांकि योजना का प्राक्कलन तैयार करने के बाद ही शिक्षा विभाग इसके लिए बजट स्वीकृत करेगा. जिले में 3 विधानसभा क्षेत्रों में डे बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण के लिए जमीन शिक्षा विभाग के नाम स्थानांतरित कर दी गई है, जबकि दो लोकेशन को फाइनल कर फॉरेस्ट विभाग की मंजूरी के लिए केस भेजा गया है.
प्रदेश भर में जमीन हस्तांतरण का कार्य करने में जुटा प्रशासन और शिक्षा विभाग: राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए भी प्रतिष्ठित पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाने का प्रयास सरकार की तरफ से किया जा रहा है. प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को तेजी से क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं अधिकारियों से इसकी निरंतर रिपोर्ट तलब कर रहे हैं. हमीरपुर ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया तेजी से जारी है.
विद्यार्थियों के लिए यातायात सुविधा के साथ मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं: डे बोर्डिंग स्कूलों में हिमाचल सरकार द्वारा विद्यार्थियों को यातायात सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास भी किया जाएगा. हालांकि हर स्कूल में सुविधाओं का स्तर संबंधित जिले के प्रशासन और विभाग के प्रयासों पर निर्भर होगा. सरकार की योजना है कि शिक्षा से आगे बढ़कर बच्चों का इन स्कूलों के माध्यम से सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाए. इन स्कूलों में आधुनिक खेल मैदान स्विमिंग पूल से लेकर अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी.