हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में कई ऐतिहासिक मंदिर हैं. जिन पर लोगों की अटूट आस्था है. इन्हीं मंदिरों में से एक सुजानपुर का नर्वदेश्वर मंदिर है. इस मंदिर का संबंध कटोच वंश से है. इस मंदिर का निर्माण आज से 400 पहले सुजानपुर के तत्कालीन महाराजा संसार चंद ने करवाया था.
नर्देश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक ऐसा मंदिर है जहां शिवलिंग की चारों तरफ से परिक्रमा की जाती है. मान्यताओं के मुताबिक हिन्दू धर्म में शिवलिंग की पूरी परिक्रमा को निषेध बताया गया है, लेकिन इस मंदिर में शिवलिंग की परिक्रमा किया जाना अद्भुत और रहस्यमयी है. कहा जाता है कि इस मंदिर में शीश नवाने वाला व्यक्ति कभी भी खाली हाथ मंदिर से नहीं लौटता.
नर्देश्वर मंदिर सुजानपुर टीहरा में राजा संसार चंद ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था. इस मंदिर का निर्माण बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है. मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस मंदिर में भगवान शिव का परिवार चारों दिशाओं में विराजमान है.
महाराजा संसार चंद अपने समय में कई मंदिरों का निर्माण करवाया और मंदिरों की दीवारों पर बेहतरीन कांगड़ा शैली से सुसज्जित चित्रकला करवाई. जिसका जीता जागता उदाहरण नर्देश्वर मंदिर है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खूबसूरती मंदिर की दीवारों पर कांगड़ा कला शैली है, जो मंदिर की खूबसूरती को चार चांद लगा देती है. मंदिर की दीवारों पर कला के माध्यम से राजा संसार चंद ने अपने राजदरबार में होने वाली घटनाओं को दर्शाया है कि किस तरह से राजा संसार चंद अपने दरबारियों के साथ सभाएं करते थे. यह घटनाएं चित्रकला के माध्यम से मंदिर की दीवारों पर दर्शाई गई हैं. इस मंदिर की यह विशेषता है कि जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से मन्नत मांगते हैं ,उनकी सभी मन्नतें पूरी होती हैं.
ये भी पढ़ें:इस शिवलिंग का नहीं है कोई अंत, जानें क्या है बैजनाथ धाम का रहस्य!