हमीरपुर:देश को आजाद हुए 7 दशक से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों का हौसला आज भी वैसा ही है, जैसे दशकों को पहले हुआ करता था. हिमाचल के कई स्वतंत्रता सेनानियों में स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था, जिनमें से एक हमीरपुर जिला के 95 वर्षीय रामलाल शर्मा हैं.
95 साल की उम्र में भी इनका रुबाब कम नहीं हुआ है. अकसर उम्र के इस पढ़ाव पर पहुंचकर लोग दूसरों के मोहताज हो जाते हैं. पैदल चलना तो दूर, वह खुद की देखभाल भी सही से नहीं कर पाते, लेकिन स्वतंत्रता सेनानी रामलाल शर्मा इस उम्र में भी अपने सभी काम खुद करते हैं. वह अभी भी जनता की सेवा करने के लिए सक्रिय हैं.
रामलाल शर्मा अपने समय के जोशीले और बहादुर स्वतंत्रता सेनानी हैं, जिन्होंने अंग्रेजों से लोहा लेते हुए लगभग 9 महीने जेल में काटे और अंग्रेजों की यातनाएं भी सही. लगभग 95 साल की उम्र में आज रामलाल का शरीर जरूर कमजोर हो गया है, लेकिन इनके इरादे आज भी पहले की तरह बुलंद हैं. वह खुद गाड़ी चलाकर अपनी पेंशन लेने के लिए बैंक जाते हैं