हमीरपुर: बड़सर उपमंडल की बाड़ा-पैरवी वाया खलौत सड़क की खस्ता हालत से हादसों का खतरा बना हुआ है. पैरवी से खलौत खड्ड तक सड़क नाले में तबदील हो चुकी है. बिझड़ी-घोड़ीधबीरी मार्ग पर निर्माण कार्य के चलते इसे यातायात के लिए बंद कर बाड़ा-पैरवी सड़क को वैकल्पिक मार्ग के रूप में खोला गया है, लेकिन इस सड़क की हालत खराब होने के चलते चौपहिया वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, कई दोपहिया वाहन चालक आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.
PWD की लेटलतीफी ने बढ़ाई लोगों की परेशानियां, अधिकारियों पर ठेकेदारों के साथ सांठगांठ के आरोप
जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल के तहत लोक निर्माण विभाग की लेटलतीफी के चलते लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. क्षेत्र में विकास कार्यों की गति इतनी धीमी है कि एक मार्ग पर दो-दो अधिकारी डटे हुए हैं, लेकिन सड़कों की हालत दिन-प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है.
बता दें कि इस मार्ग की स्थिति पिछले कई वर्षों से खराब चल रही है. हैरत की बात है कि बड़सर लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता की कुर्सी पर वर्तमान में एक नहीं दो-दो अधिकारी सेवाएं दे रहे हैं. बावजूद इसके सड़कों के निर्माण कार्य की गुणवत्ता देखने और पुरानी सड़कों की व्यवस्था के सुधार कार्यों की स्थिति बेहद दयनीय हैं. स्थानीय लोगों की समस्या के बारे में अधिकारियों से बात करने पर ये अधिकारी मीडिया के कैमरों से भी बचते हुए नजर आए.
ग्राम पंचायत बिझड़ी के प्रधान संजय शर्मा ने कहा कि सड़क निर्माण में विभाग पूरी तरह से लेटलतीफी से कार्य कर रहा है. उन्होंने सड़क निर्माण की गुणवत्ता के सवालों को उठाते हुए कहा कि ग्रीनीज व्यवस्था सही ढंग से नहीं की जा रही है. सड़क निर्माण के दौरान धूल-मिट्टी उड़ रही है, लेकिन लोगों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली सही नहीं है. सरकारी अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ सांठगांठ कर रखी है.