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हमीरपुर के स्कूलों में टीचर्स का टोटा, एक-एक टीचर के सहारे चल रहे 127 स्कूल - shortage of teachers in hamirpur

हमीरपुर को हिमाचल का एजुकेशन हब कहा जाता है लेकिन इस एजुकेशन हब में टीचर्स का टोटा है. 127 स्कूल तो एक-एक टीचर्स के सहारे चल रहे हैं. कई स्कूलों में दो या फिर महज तीन टीचर्स हैं. जिले में 400 से ज्यादा टीचर्स के पद खाली है. सवाल है कि टीचर्स के बिन छात्र कैसे पढ़ाई करेंगे (shortage of teachers in hamirpur)

हमीरपुर के स्कूलों में टीचर्स का टोटा
हमीरपुर के स्कूलों में टीचर्स का टोटा

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Published : Feb 15, 2023, 7:49 PM IST

हमीरपुर के स्कूलों में टीचर्स का टोटा.

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के 127 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई महज एक-एक शिक्षक के सहारे चल रही है. पहली से पांचवी तक पढ़ाई का जिम्मा इन स्कूलों में एक शिक्षक के सहारे ही है. इतना ही नहीं हमीरपुर जिला में तो दो स्कूल ऐसे भी हैं जिनमें कोई स्थाई शिक्षक ही नहीं है. इन दो सरकारी स्कूलों में पढ़ाई डिप्रेशन पर भेजे गए टीचर के सहारे चल रही है. कई स्कूल दो-दो तो कुछ 3-3 अध्यापकों के सहारे चल रहे हैं. यह हाल उस जिला हमीरपुर के हैं जिसे हिमाचल में एजुकेशन हब के नाम से जाना जाता है. ऐसे में प्रदेश के सरकारी स्कूलों की सरकारी इंतजामों पर सवाल उठना लाजिमी है. हमीरपुर जिला में कुल 472 राजकीय प्राथमिक विद्यालय हैं. इन प्राथमिक विद्यालयों में 15,650 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.

स्कूल छोड़ रहे हैं छात्र-हमीरपुर जिला के इन स्कूलों में टीचर की कमी के कारण विद्यार्थियों की एनरोलमेंट कम होती जा रही है. पिछले 2 साल में एनरोलमेंट जीरो होने के कारण 8 स्कूल बंद हो गए हैं. 2 साल पहले हमीरपुर जिला में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 480 थी. अब 472 स्कूल बचे हैं, जिनमें से कई स्कूलों में टीचर्स का टोटा है. इसलिये कई अभिभावक अपने बच्चों को दूसरे स्कूलों में पढ़ने भेज रहे हैं. जो स्कूल चल रहे हैं उनमें पिछले साल के मुकाबले विद्यार्थियों की एनरोलमेंट कम हुई है. साल 2022 में 15970 विधार्थी जिले के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे जो कि साल 2023 में 15650 रह गए हैं. आंकड़े बताते हैं कि विद्यार्थियों के एनरोलमेंट में बढ़ोतरी होने की बजाए कमी आई है. हमीरपुर के स्कूलों में टीचर्स का टोटा इसकी सबसे बड़ी वजह है.

हमीरपुर के 127 स्कूलों में टीचर्स की कमी.

कितने स्कूलों में कितने टीचर-हमीरपुर जिले के 127 स्कूलों में एक-एक अध्यापक है. 250 स्कूलों में 2-2, 60 स्कूलों में 3-3, 22 स्कूलों में 4-4, 8 स्कूलों में 5-5, 3 स्कूलों में 6-6 अध्यापक सेवाएं दे रहे हैं. हमीरपुर जिला में 2 स्कूल ऐसे हैं जिनमें एक भी अध्यापक स्थाई तौर पर तैनात नहीं है. प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर के आंकड़ों के मुताबिक अध्यापकों के 212 पद रिक्त चल रहे हैं. 45 पदों को भरने के लिए पिछली सरकार में अनुमति मिल गई थी लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद इन पदों को भरने के लिए दोबारा सरकार से मंजूरी मांगी गई है.

2 साल में 8 स्कूल बंद हुए-हमीरपुर जिला को एजुकेशन हब कहा जाता है ऐसे यहां पर सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था की उम्मीद की जाती है जबकि इसके विपरीत पिछले 2 साल में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों की तादाद भी कम हुई है. 2 साल में इसी वजह से 8 स्कूल जीरो एनरोलमेंट के कारण बंद हो गए हैं. साल 2022 में 15970 विद्यार्थी हमीरपुर जिला में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जो कि 2023 में कम होकर 15650 रह गए हैं. हर साल विभाग को उम्मीद होती है कि विद्यार्थियों की एनरोलमेंट बढ़ेगी लेकिन पिछले 1 साल में यह इनरोलमेंट 320 कम हुई है. 2 साल पहले हमीरपुर जिला में सरकारी प्राइमरी स्कूलों की संख्या 480 थी जो कि अब कम होकर 472 रह गई है.

हमीरपुर में एक-एक टीचर के सहारे चल रहे 127 स्कूल.

क्या कहते हैं अधिकारी-प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर राकेश कुलभूषण का कहना है कि निदेशालय को रिक्त पदों की रिपोर्ट भेज दी गई है. कुछ भर्ती मामले अदालत के विचाराधीन हैं. ऐसे में मामले में अदालत के निर्देशों के बाद आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. कुछ पदों के लिए पिछली सरकार से मंजूरी मिल गई थी लेकिन सरकार बदलने पर दोबारा मंजूरी ली जा रही हैं. 212 रिक्त पदों को भरने के लिए भी प्रोसेस चल रहा है.

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