हमीरपुर:हिमाचल प्रदेश के एकमात्र सैनिक स्कूल सुजानपुर को ग्रांट न दिए जाने के मामले को स्थानीय विधायक राजेंद्र राणा ने उठाया है. विधानसभा में इस मामले पर आवाज बुलंद करने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने प्रदेश के इकलौते सैनिक स्कूल को ग्रांट दिए जाने की मांग प्रदेश सरकार से उठाई है.
बता दें कि जिला हमीरपुर के सुजानपुर उपमंडल के तहत आने वाले सैनिक स्कूल की ग्रांट पर हिमाचल सरकार ने रोक लगा दी है. भारतीय सेना को 500 से अधिक सैन्य अफसर देने वाले सूबे के एकमात्र सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा को हर वर्ष दी जाने वाली ग्रांट को इस बार प्रदेश सरकार ने जारी नहीं किया है.
बीते वर्ष 2015-16 से कोई ग्रांट न मिलने से इस स्कूल का संचालन मुश्किल हो गया है. आपको यह जान कर भी हैरानी होगी कि इस स्कूल को शुरू हुए 40 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन जब तक स्कूल की जमीन सैनिक स्कूल प्रशासन के नाम नहीं हुई.
विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण स्कूल है जिसमें अधिकतर बच्चे हिमाचल के पढ़ते हैं उन्होंने कहा कि 3 करोड़ से अधिक का बकाया प्रदेश सरकार का है जो कि सैनिक स्कूल सुजानपुर को दिया जाना है. विधायक का कहना है कि इस स्कूल के कई भवन बने 4 दशक बीत चुके हैं छत टपक रही है जिससे स्कूल संचालन में परेशानी पेश आ रही है. सरकार को स्कूल की महत्ता को समझते हुए जल्द से जल्द ग्रांट जारी करनी चाहिए.
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