शिमला: हिमाचल के युवा भंग हो चुके कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से पूर्व में ली गई परीक्षाओं के परिणाम को लेकर चिंतित हैं. उनकी चिंता लाजमी है, क्योंकि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के आश्वासन के बावजूद नौ पोस्ट कोड के रिजल्ट नहीं निकले हैं. मई के पहले पखवाड़े में सीएम सुखविंदर सिंह ने सात दिन के भीतर रिजल्ट निकालने की बात कही थी. अब कांगड़ा जिले के फतहपुर में सीएम ने कहा कि जल्दी ही रिजल्ट निकलेगा. कुछ तकनीकी कारणों का सीएम ने इशारा किया. ऐसे में युवाओं के बीच ये जिज्ञासा का विषय है कि आखिरकार रिजल्ट निकालने में कहां देरी हो रही है और पेंच कहां फंसा है. यहां इस खबर में उन सभी सवालों का जवाब मिलेगा.
कहां फंसा हैं पेंच:अब बात ये है कि जब सीएम सुखविंदर सिंह ने भी कह दिया और लोकसेवा आयोग भी सहमत है तो आखिरकार रिजल्ट क्यों नहीं निकल रहा. कारण ये है कि लोकसेवा आयोग को हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग से जो रिकार्ड मिला है, उसके अनुसार रिजल्ट घोषित करने में तकनीकी और एक कानूनी पहलू आड़े आ रहा है. कानूनी पहलू ये है कि किसी भी परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने से पहले रिजल्ट वाले डॉक्यूमेंट पर भर्ती एजेंसी के चेयरमैन, सचिव व मेंबर्स इन सभी के हस्ताक्षर होने चाहिए. अब लोकसेवा आयोग के पास जब रिकार्ड पहुंचा तो पता चला कि वो अधूरा है और किसी भर्ती कोड में मेंबर्स के साइन नहीं हैं तो किसी में सचिव के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं. ऐसे में रिजल्ट वाले डॉक्यूमेंट की लीगल वैलिडिटी नहीं रहती है. अब लोकसेवा आयोग ने उपरोक्त सारे डॉक्यूमेंट की छानबीन और जांच के लिए दो सदस्यीय टीम भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग भेजी है. वहां तैनात ओएसडी से रिकार्ड को लेकर वेरीफिकेशन आदि की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. ऐसे में रिजल्ट घोषित करने में कम से कम एक पखवाड़ा लग जाएगा.
आखिर क्यों डरा लोकसेवा आयोग:उल्लेखनीय है कि पूर्व में हुए एक घटनाक्रम से लोकसेवा आयोग संभल कर कदम रख रहा है. पूर्व में एक मामले में जलशक्ति विभाग में इंजीनियर भर्ती का रिजल्ट निकाला तो उसमें लोकसेवा आयोग के एक सदस्य के साइन नहीं थे. किसी शिकायत के कारण मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो हाई कोर्ट ने तकनीकी आधार पर रिजल्ट रद्द कर दिया था. हाई कोर्ट ने फाइंडिंग दी थी कि सभी के साइन जरूरी हैं और बिना साइन के इस डॉक्यूमेंट की लीगल वैलिडिटी नहीं है. यही कारण है कि लोकसेवा आयोग फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है, ताकि किसी कानूनी पहलू के सामने आने पर बाद में किरकिरी ना हो. फिलहाल, रिजल्ट की राह देख रहे युवाओं को अभी और इंतजार करना पड़ेगा.