हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

एनआईटी हमीरपुर में एक दशक बाद टीचिंग स्टाफ की रेगुलर भर्ती शुरू, विदेशी छात्रों के लिए बनेगा इंटरनेशनल हॉस्टल

By

Published : Feb 24, 2023, 4:48 PM IST

एनआईटी हमीरपुर में जल्द ही टीचिंग स्टाफ की कमी दूर होगी. साल 2009 के बाद पहली दफा टीचिंग स्टाफ की रेगुलर भर्ती संस्थान करने जा रहा है. 10 मार्च तक टीचिंग स्टाफ के 108 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं. 108 पदों में सहायक प्रोफेसर प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती होगी.

एनआईटी हमीरपुर
एनआईटी हमीरपुर

हमीरपुर:एनआईटी हमीरपुर में जल्द ही टीचिंग स्टाफ की कमी दूर होगी. साल 2009 के बाद पहली दफा टीचिंग स्टाफ की रेगुलर भर्ती संस्थान करने जा रहा है. 10 मार्च तक टीचिंग स्टाफ के 108 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं. 108 पदों में सहायक प्रोफेसर प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती होगी. मंत्रालयम के नियमों के मुताबिक की यह भर्ती प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है और 10 मार्च तक आवेदन मांगे गए हैं.

एनआईटी हमीरपुर के निदेशक एचएम सूर्यवंशी ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हुए यह बयान दिया है. निदेशक सूर्यवंशी ने बताया कि यह भर्ती रेगुलर पॉलिसी के आधार पर की जा रही है और मंत्रालय के नियमों के मुताबिक ही प्रक्रिया अपनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि फिलहाल टीचिंग स्टाफ के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी है और जल्द ही नॉन टीचिंग स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया से शुरु कर दी जाएगी.

संस्थान के निदेशक एचएम सूर्यवंशी ने बताया कि एनआईटी में इंटरनेशनल स्तर का एक हॉस्टल भी बनाया जाएगा ताकि विदेशों से यहां पर पढ़ाई करने के लिए आने वाले स्टूडेंट्स को सुविधा मिल सके. एनआईटी हमीरपुर में विभिन्न हॉस्टल का निर्माण किया जा रहा है. उनमें से एक हॉस्टल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा उपलब्ध होगी, जिसके तहत हॉस्टल के भीतर अलग-अलग कमरों के लिए अलग-अलग बाथरुम और किचन की सुविधा रहेगी.

एनआईटी हमीरपुर की रैंकिंग में सुधार के सवाल पर निदेशक ने कहा कि संस्थान की रैंकिंग सुधार के लिए विभिन्न पहलुओं पर कार्य किया जा रहा है. यह महत्वपूर्ण है कि संस्थान में टीचिंग एंड रिसर्च के साथ अन्य कार्य भी बेहतर ढंग से हों. संस्थान में स्टाफ का पूरा होना भी इसमें एक पहलू है ताकि हर कार्य को बेहतर ढंग से किया जा सके.

ये भी पढ़ें:'पलटू है सुक्खू सरकार, पहले शुरू की बंद करने की प्रथा, अब खुद ही बदल रही फैसले'

ABOUT THE AUTHOR

...view details