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विधायक राजेंद्र राणा का मोदी सरकार पर जुबानी हमला, कहा: अर्थव्यवस्था का निकला जनाजा

विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि छोटे दुकानदार व व्यापारी बीजेपी सरकार में सबसे ज्यादा हताश व निराश हैं. नोटबंदी, जीएसटी व लॉकडाउन ने दुकानदारों के साथ इस देश की रीड़ तोड़ कर रख दी है. लॉकडाउन हटने के बाद देशभर के हर छोटे-बड़े नगर, बाजारों, कस्बों व गांवों में दुकानें, ढाबे खुल चुके हैं, लेकिन ग्राहक ना होने से दुकानदार और महंगाई, महामारी, बेरोजगारी से लोग परेशान हैं.

राजेंद्र राणा, बीजेपी सरकार
राजेंद्र राणा

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Published : Sep 29, 2020, 3:49 PM IST

सुजानपुर: विधायक राजेंद्र राणा इन दिनों लगातार जयराम और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. एक बार फिर उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने लॉकडाउन, जीएसटी, नोटबंदी के फैसलों को गतल बताया है.

राजेंद्र राणा ने कहा कि छोटे दुकानदार व व्यापारी बीजेपी सरकार में सबसे ज्यादा हताश व निराश हैं. नोटबंदी, जीएसटी व लॉकडाउन ने दुकानदारों के साथ इस देश की रीड़ तोड़ कर रख दी है. लॉकडाउन हटने के बाद देशभर के हर छोटे-बड़े नगर, बाजारों, कस्बों व गांवों में दुकानें, ढाबे खुल चुके हैं, लेकिन ग्राहक ना होने से दुकानदार और महंगाई, महामारी, बेरोजगारी से लोग परेशान हैं. घरेलू जरुरतों राशन, दवा आदि को छोड़कर शेष सभी दुकानों में सन्नाटा पसरा है. सुबह से शाम तक दुकानदार ग्राहक के इंतजार में रहते हैं.

राणा ने कहा कि अब छोटे व्यापारी वर्ग में भविष्य को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. निराशा के इस दौर में दुकानदारों को बिजली बिल, दुकान का किराया व कर्मचारियों की पगार व अन्य खर्चे पहले की तरह ही हैं. छोटे व्यापारियों व छोटे कारखाने के मालिकों में भारी निराशा का माहौल है. देश के कई शहरों से हजारों छोटे दुकानदार कर्जे के तनाव में दुकानों पर ताला लगाकर रोजगार व आमदनी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं.

राजेंद्र राणा ने कहा कि होटल पर्यटन, वायु सेवा व परिवहन क्षेत्रों में घोर मंदी का दौर है. हर वर्ष श्राद्धों के बाद शादियों व त्योहारों का सीजन शुरू हो जाता था, जिस कारण से बाजार में मांग में तेजी से उछाल आता था, लेकिन वर्तमान में पूरी तरह से बाजार में अनिश्चितता छाई हुई है. सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में दलाली, कमीशन व रिश्वत कई गुना बढ़ी है. सत्ता हासिल करने से पहले भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली बीजेपी के राज में करप्शन बदस्तूर जारी है.

उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के आंकलन के मुताबिक कोविड-19 महामारी के दौरान देश और राज्यों में भ्रष्टाचार घटा नहीं बढ़ा है, लेकिन सरकार ध्यान देने की बजाय पूंजीपतियों व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने में लगी है. सरकार के आर्थिक पैकेज का देश की अर्थव्यवस्था पर कहीं कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है. छोटे कारोबारियों की सुनें तो सरकार बैंकों से कर्ज लेने की बात करती है, लेकिन कर्ज लेकर भी क्या करेंगे जब बाजार से ग्राहक ही नरादर है..

राणा ने कहा कि लॉकडाउन के बाद करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई. बेरोजगारी में आज लोगों को परिवार पालना भारी पड़ रहा है. है.

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