हमीरपुर:हमीरपुर जिला प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सरकार के स्कूल फीस बिल के विरोध में अपनी आपतियां प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व उच्च शिक्षा निदेशक को शिक्षा उपनिदेशक उच्च के मध्यम से एक ज्ञापन द्वारा भेजी हैं. स्कूल फीस बिल के विरोध में एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिला में निजी स्कूल प्रबंधक सरकार के खिलाफ मुखर होने लगे हैं. लगभग 300 निजी स्कूल वाले हमीरपुर जिला में स्कूल फीस बिल (school fee bill) के विरोध में निजी स्कूल प्रबंधकों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है.
स्कूल फीस बिल असंवैधानिक
एसोसिएशन का कहना है कि ये बिल शिक्षा का गला घोटने का काम करेगा. यह बिल असंवैधानिक है. सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि निजी गैर सहायता पर्याप्त स्कूलों की फीस को सरकार नियंत्रित नहीं कर सकती. हर स्कूल अपनी-अपनी सुविधाओं के आधार पर फीस लेता है. माननीय उच्च न्यायालय हिमाचल प्रदेश ने भी 24 अगस्त 2020 के फैसले में भी स्कूलों की स्वतंत्रता को बरकरार रखा है.
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महामंत्री राजेश सिंह ठाकुर ने कहा कि अगर सरकार यह बिल लाती है, तो लगभग सभी स्कूल बंद हो जाएंगे और कुछ बंद भी हो गए हैं. इस स्थिति में हम स्कूल नहीं चला पाएंगे. सरकार फीस में केवल हर साल 6 प्रतिशत बढ़ाने की बात कर रही है, जबकि अन्य वस्तुओं के दाम 15 से 20 प्रतिशत हर साल बढ़ रहे हैं और पेट्रोल-डीजल के दाम (petrol and diesel price) भी 30 फीसदी तक बढ़ गया है. बिना फीस के निजी स्कूल नहीं चल सकते.
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