सुजानपुर: हिमाचल प्रदेश में बेशक नई पंचायतों के गठन की शुरुआत हो चुकी है. इस अभियान के तहत हमीरपुर जिला में 9 नई पंचायतों का गठन प्रस्तावित है, लेकिन टौणी देवी विकासखंड के तहत चारियां दी धार पंचायत के लोगों के मुताबिक उनेक साथ फिर से नाइंसाफी हुई है.
यहां के लोगों की कई सालों से चली आ रही पंचायत के विभाजन की मांग को एक बार फिर नजरअंदाज कर दिया गया है. सरकार की इस बेरूखी से पंचायत प्रधान विजयपाल ने बताया कि चारियां दी धार के लोग निराश हैं.
टौणी देवी विकासखंड के तहत पंचायत चारियां दी धार में एक वार्ड से दूसरे वार्ड तक सड़क का सफर 26 किलोमीटर है. लोग खड्डों व नालों के बीच से इसलिए पैदल नहीं चलना चाहते क्योंकि तेंदुए, सांप व अजगर का खतरा बना रहता है. इसलिए पंचायत ने ग्राम सभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर चारियां दी धार पंचायत को विभाजित कर अलग से पुरली पंचायत बनाने की मांग उठाईं थी, जिसके पूरा न होने पर जनता में आक्रोश है.
चार धारों पर बसी है ये पंचायत
गौर रहे कि भराईयां दी धार, चारियां दी धार, लंबरा दी धार, रांगडेयां दी धार व पुरली वार्डों में बसी यह पंचायत दुर्गम व विकट भौगोलिक स्थिति होने के कारण सड़क व पंचायत घर से वंचित है. पंचायत की आबादी करीब 1900 है, जिनमें से 1384 मतदाता हैं. दुर्गम पंचायत के ग्रामीण आज भी मुख्य सड़क से 10 किलोमीटर से ज्यादा की चढ़ाई और उबड़-खाबड़ रास्ता तय करने के लिए मजबूर हैं. लोग रोजमर्रा की जरूरतों के सामान को घर तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं.