हमीरपुर:नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर 5 में हुए खूनी संघर्ष का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में जहां एक तरफ प्रदेश और जिला पुलिस को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर कई सामाजिक संगठन भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे हैं. स्टेट बार काउंसिल के सदस्य एडवोकेट रोहित शर्मा ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया हैं.
दरअसल शुक्रवार को हमीरपुर के वार्ड नंबर पांच में एक परिवार पर जानलेवा हमला हुआ था. हमलावर कोरोना कर्फ्यू के बीच लुधियाना से हमीरपुर पहुंचे थे. हमलावरों ने परिवार को घर अंदर घुसकर बुरी तरह मारा था. घर में चारों तरफ खून बिखरा हुआ था. परिवार पर हमला थाने से कुछ ही दूरी पर हुआ था, लेकिन पुलिस भी मौके पर हमलावरों के भाग जाने के बाद पहुंची थी. अब पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर लोगों ने सवाल खड़े किए हैं.
मामले में क्या बोले काउंसिल के सदस्य एडवोकेट रोहित शर्मा
स्टेट बार काउंसिल के सदस्य एडवोकेट रोहित शर्मा ने कहा कि पुलिस की एफआईआर में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के उल्लंघन का कोई जिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के बाद पुलिस कानून के तहत कार्रवाई तो करेगी, लेकिन कर्फ्यू के दौरान किस तरह से इतनी गाड़ियां और इतने लोग एक साथ प्रदेश में प्रवेश करते हैं. यह अपने आप में बड़ा सवाल है.