हमीरपुर: इस वक्त पूरा देश कोविड-19 से जंग लड़ रहा है. प्रधानमंत्री से लेकर गरीब मजदूर तक इस भयंकर बीमारी से डट कर सामना कर रहा है. वहीं, हमीरपुर की एक छोटी सी पंचायत जोलसप्पड़ के महिला प्रधान ने लोगों की हर छोटी बड़ी समस्या का जिम्मा अपने कंधों पर लिया है.
बता दें कि महिला प्रधान अपने क्षेत्र में बुजुर्ग किसानों की मदद के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं. इन दिनों गेहूं की फसल पककर तैयार है. प्रशासन से छूट मिलने के बाद हर कोई गेहूं की फसल काटने में लगा है, लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जो खुद इस काम को करने में असमर्थ हैं और उन्हें इस संकट की खड़ी में मजदूर भी नहीं मिल रहे. ऐसे वक्त में महिला प्रधान अन्य महिलाओं के साथ मिल कर जरूरतमंदों की सहायता कर रही हैं.
जोलसप्पड़ पंचायत की प्रधान सोमा देवी ने बताया कि बुजुर्ग किसानों की समस्या को देखते हुए उन्होंने गांव की दो अन्य महिलाएं तृप्ता देवी और सरला देवी को साथ लेकर बुजुर्ग किसान की फसल काटी. उन्होंने बताया कि गरीब परिवारों को लॉकडाउन में राशन भी दिया जा रहा है. वहीं सोमा देवी ने लोगों से अपील की है कि अगर उनके आसपास कोई ऐसी बुजुर्ग दंपति हों तो उनकी मदद के लिए आगे आएं.
जोलसप्पड़ पंचायत के लंबोट गांव में 87 वर्ष के कांशीराम पत्नी के साथ रहते हैं. वह अब बढ़ती उम्र के चलते अपने कामकाज निपटाने में असमर्थ हैं. लॉकडाउन के चलते उन्हें फसल काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे थे. इन दोनों बुजुर्गों के बच्चे भी नहीं हैं. हालात से मजबूर बुजुर्ग जैसे तैसे फसल काटने में जुटे थे तो महिला पंचायत प्रधान ने खुद आगे बढ़कर उनकी फसल काटी. बुजुर्गों की मदद के लिए महिला पंचायत प्रधान ने 2 दिन तक कार्य किया. पहले खुद लोगों के साथ मिलकर फसल को काटा और उसके बाद थ्रेसर का इंतजाम भी किया.
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