बड़सरःकोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में श्रद्धालुओं के रहने खाने की सुविधा मन्दिर ट्रस्ट द्वारा सरकार की ओर से जारी एसओपी के मुताबिक बंद कर दी गई है. इसके बाद अब मन्दिर के महंत राजेन्द्र गिरी महाराज के आश्रम में श्रद्धालुओं के लिए पैक्ड खाने की सुविधा शुरू की गई है.
भक्तों को दिया जा रहा पैक्ड खाना
मन्दिर न्यास द्वारा कोरोना का हवाला देकर सरायों में रहने और लंगर में खाने की सुविधा बंद किये जाने के बाद श्रद्धालुओं को समस्या पेश आ रही थी. समस्या को देखते हुए महंत निवास पर महंत 1008 श्री राजेन्द्र गिरी महाराज और उनके सेवादारों ने पिछले एक हफ्ते से यह सुविधा शुरू की है. श्रद्धालुओं के लिए महंत निवास पर फ्रूट, जूस, सैंडविच, समोसे समेत विभिन्न तरह के पैक्ड खाने के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं. दियोटसिद्ध मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं ने महंत निवास पर यह सुविधा मिलने से अब राहत की सांस ली है.
कोरोना के कारण नहीं लग रहे लंगर
मन्दिर ट्रस्ट दियोटसिद्ध ने श्रद्धालुओं को दी जाने वाली लंगर सुविधा को कोरोना का हवाला देकर बंद कर दिया है. इससे यहां माथा आने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना कर करना पड़ रहा है. भक्तों को पेश आ रही दिक्कत को देखते दिए मन्दिर के महंत राजेन्द्र गिरी महाराज पिछले कुछ दिनों से श्रद्धालुओं की रहने-खाने की सुविधा शुरू करने की मांग लगातार उठा रहे थे.
टकराव की स्थिति
इसी वजह से मन्दिर न्यास प्रशासन और मंदिर के महंत के बीच लगातार टकराव की स्थिति भी बनी हुई है. इसी बीच बार-बार मांग उठाने के बावजूद भी जब मन्दिर न्यास प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए लंगर की सुविधा को बहाल नहीं किया, तो मन्दिर के महंत राजेन्द्र गिरी महाराज व उनके सेवादारों ने महंत निवास पर ही पैक्ड फूड की सुविधा भक्तों के लिए शुरू कर दी. अब दियोटसिद्ध आने वाले भक्तों के लिए रोजाना महंत निवास पर विभिन्न तरह की खाने की चीजों समेत फल और जूस भी वितरित किया जा रहा है, ताकि मन्दिर में लंगर सुविधा न मिलने पर भूखे पेट इधर-उधर भटक रहे भक्तों को राहत मिल सके.
भक्तों की सुविधा के लिए किया जा रहा काम
इस बाबत महंत राजेन्द्र गिरी से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि बाबा बालक नाथ जी में आस्था रखने वाले भक्त यहां आकर करोड़ों रुपये का चढ़ावा चढ़ाते हैं, लेकिन भक्तों को सुविधा देने के मामले में मन्दिर ट्रस्ट प्रशासन ने कोरोना का हवाला देकर कई मूलभूत सुविधाएं से भी भक्तों को वंचित कर दिया है. रहने-खाने जैसी जरूरी सुविधा को भी छीनने से भक्त रात्रि ठहराव और खाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. हमने न्यास प्रशासन से कई बार गुहार लगाई कि करोड़ों का चढ़ावा देने वाले भक्तों के लिये कम से कम खाने की सुविधा हो, लेकिन प्रशासन ने एक बार भी भक्तों के हितों की तरफ ध्यान नहीं दिया. जब प्रशासन ने बेरुखी दिखाई, तो उनसे भक्तों की पीड़ा सहन नहीं हुई और अपने आश्रम में हर रोज कुछ न कुछ खाने को मिले.
एसओपी का पालन कर रहा मंदिर न्यास
मन्दिर अधिकारी कृष्ण कुमार ठाकुर का कहना है कि सरकार द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक ही लंगर सुविधा व यात्रियों के ठहराव पर रोक लगाई गई है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा जो भी निर्देश दिए जाएंगे, उनका पालन किया जाएगा.
ये भी पढ़ें:दिल्ली और पंजाब को बैंकिंग आधार पर बिजली देगा हिमाचल प्रदेश