हमीरपुर:उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट ने अनूठा फैसला लिया है. बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट 50 टीबी रोगियों को गोद लेगा. इतना ही नहीं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के गैर सरकारी सदस्य मानदेय भी नहीं लेंगे. नवगठित न्यास की आम बैठक एवं वार्षिक बजट बैठक में मंगलवार को यह बड़ा निर्णय लिया गया है. यह बैठक मंगलवार को दियोटसिद्ध में आयोजित की गई. स्थानीय विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, न्यास के अध्यक्ष एवं बड़सर के एसडीएम रोहित शर्मा, अन्य अधिकारी तथा न्यास के गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे.
गैर सरकारी सदस्य नहीं लेंगे न्यास से कोई मानदेय:दरअसल, नवगठित न्यास की आम बैठक के इस अवसर पर न्यास के गैर सरकारी सदस्यों ने निर्णय लिया कि वे न्यास से कोई मानदेय नहीं लेंगे. बाबा बालक नाथ मंदिर एवं इससे संबंधित संस्थानों में बेहतरीन सुविधाओं के प्रावधान की दिशा में लगातार कार्य करेंगे. गैर सरकारी सदस्यों के इस निर्णय की सराहना करते हुए विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि बाबा बालक नाथ मंदिर में केवल हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों तथा विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इनकी बाबा बालक नाथ के प्रति गहन आस्था है.
टीबी के 50 रोगियों को गोद लेने को भी मंजूरी:गौरतलब है कि बैठक में कैंसर या अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों को साल में दो बार सहायता राशि जारी करने का निर्णय भी लिया गया. न्यास ने टीबी मुक्त अभियान के तहत जिला में टीबी के 50 रोगियों को गोद लेने को भी मंजूरी प्रदान की. कैंसर या अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों को साल में दो बार सहायता राशि जारी करने का निर्णय भी लिया गया. न्यास ने टीबी मुक्त अभियान के तहत जिला में टीबी के 50 रोगियों को गोद लेने को भी मंजूरी प्रदान की.