हमीरपुरःजिला के भोरंज सिविल अस्पताल में लडवीं गांव के दंपति कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद दोनों ट्राले में घर पहुंचाने के मामले में नया खुलासा हुआ है. ईटीवी भारत ने इस मामले में जब डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक से बातचीत की उनका कहना था कि इन मरीजों के परिजनों को इस बारे में सूचना दी गई थी, लेकिन उन्हें देने के लिए कोई भी आगे नहीं आया. इस पर बीएमओ ने उनको घर पहुंचाने के लिए प्रबंध किया.
डीसी के अनुसार मौके पर दंपत्ति को घर पहुंचाने की जरूरत थी. कार्य को मौके परिस्थितियों और संसाधनों के आधार पर किया गया है. वहीं, कोरोना संक्रमित पाए गए बुजुर्ग दंपति के परिजन भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटे गए हैं. ऐसे में एक ट्राले वाले ने हिम्मत दिखाई और बुजुर्ग दंपति को घर पहुंचाया.
5 घंटे तक संक्रमित बुजुर्ग दंपति अस्पताल के गेट पर करते रहे इंतजार
हमीरपुर जिला में हर दिन 200 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. ऐसे में हर किसी संक्रमित व्यक्ति को एंबुलेंस ने घर भेजना थी स्वास्थ्य विभाग के लिए संभव नहीं है. जिला में अधिकतर लोगों को होम आइसोलेशन में ही भेजा जा रहा है. जब भी कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे घर भेजने के लिए परिजनों से बातचीत कर प्रबंध किया जाता है. 5 घंटे तक संक्रमित पाए गए इससे बुजुर्ग दंपति को अस्पताल के गेट पर इंतजार करना पड़ा.