चंबा:चंबा जिले में अब ड्रोन के जरिए आपदा प्रबंधन (Disaster management in Chamba ) के दौरान रखी जाएगी नजर. इसके लिए शुक्रवार को ड्रोन की टेस्टिंग भी की गई. राज्य आपदा प्रबंधन और वर्ल्ड बैंक के सौजन्य से एशिया आपदा प्रबंधन थाईलैंड ने कुछ कंपनियों को आपदा प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन के लिए चिन्हित किया गया था. उसी के तहत चंबा जिले के लिए मुंबई से एक कंपनी को ये कार्य सौंपा गया था. उसके बाद कंपनी के एक्सपर्ट शुक्रवार को चंबा पहुंचे और चंबा पुलिस और होम गार्ड के जवानों को ड्रोन का प्रशिक्षण प्रदान किया.
जिला प्रशासन के सौजन्य से पुलिस के दो और होमगार्ड के एक जवान को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया गया हैं. हालांकि इस ड्रोन की सहायता से किसी भी आपदा के समय यह ड्रोन 5 किलोमीटर तक रेकी कर सकता है. ये ड्रोन आसमान से जिला की मैपिंग भी कर सकता है. इसके साथ ही यह ड्रोन एक समय में 7 किलो तक का सामान उठाकर किसी भी समय आपदा प्रबंधन क्षेत्र में पहुंचा सकता है. जिला प्रशासन जल्द ही इस ड्रोन की तरह अन्य ड्रोन भी खरीदेगा, ताकि आपदा प्रबंधन में कार्य करने में आसानी हो सके.
चंबा में आपदा प्रबंधन के दौरान अब ड्रोन से रखी जाएगी नजर. बता दें के मानसून के सीजन में अक्सर कुछ लोग पहाड़ों का रुख करते हैं और कई बार उनकी जान भी चली जाती है. वहीं, जानकारी के अभाव में कई बार खोए हुए लोगों को पता ही नहीं चल पाता. ऐसी स्थिति में अब ड्रोन को उन पहाड़ी क्षेत्रों में भेजा जाएगा, जहां लोग फंसे होंगे. यह ड्रोन उनकी लोकेशन बताएगा, जिसके बाद उन्हें जल्द बाहर निकाला जा सकेगा. इसके साथ ही जिले में ड्रोन के माध्यम से दवाइयां भी भेजी जा सकती है, जिससे दूरदराज के लोगों को काफी मदद मिलेगी.
उपायुक्त चंबा दुनी चंद राणा (DC Chamba Duni Chand Rana) का कहना है की राज्य आपदा प्रबंधन और वर्ल्ड बैंक के सौजन्य से एशिया आपदा प्रबंधन थाईलैंड ने कुछ कंपनियों को आपदा प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन के लिए चिन्हित किया था. उसी के तहत मुंबई की एक कंपनी को यह कार्य सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि अब जिले में ड्रोन की सहायता से किसी भी आपदा से निपटा जा सकेगा और इससे जिला की मैपिंग भी की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के दौरान ये ड्रोन काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
ये भी पढ़ें:हिमाचल कैबिनेट की बैठक 7 अप्रैल को, बड़ी संख्या में खुल सकते हैं रोजगार के द्वार