हमीरपुर: भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर लंबे समय से सुर्खियों में चल रहे नगर परिषद हमीरपुर में अब 4 गुना अधिक रेट पर सफाई के टेंडर अलॉट करना नगर परिषद पर कई सवाल खड़ा कर रहा है.
नगर परिषद हमीरपुर अब 26 लाख रुपये के सफाई कार्य के भारी भरकम टेंडर के मामले में चर्चा में है. पिछले वर्ष नगर परिषद ने शहर के 11 वार्डों में सफाई का टेंडर छह लाख रुपये में अलॉट किया था. जिसके तहत शहर में दो समय सुबह और शाम को सफाई होती थी लेकिन, अब नगर परिषद ने डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रित करने का हवाला देकर चार गुना अधिक रेट पर टेंडर अलॉट कर दिए हैं.
इस टेंडर पर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि अगस्त महीने की 17 तारीख बीत चुकी है लेकिन, अभी तक नगर परिषद के 47 नियमित कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है.
आपको बता दें कि नगर परिषद हमीरपुर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में पुलिस थाना हमीरपुर में तीन मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा रेहड़ी फड़ी धारक से 80 हजार रुपये एडवांस वसूलने के बावजूद उसे दुकान आवंटित नहीं करने का मामला भी जिला प्रशासन के पास लंबित है.
भारी भरकम राशि में सफाई का टेंडर और नगर परिषद के कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण नगर परिषद एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है. जब इस बारे में नगर परिषद हमीरपुर के ईओ किशोरी लाल ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 26 लाख रुपये में सफाई का टेंडर उनकी ज्वाइनिंग से पहले ही हो चुका है.