हमीरपुर:भारती मां की रक्षा में शहीद हुए सपूत अमित शर्मा को मां अल्का देवी ने माथा चूम कर विदा किया. पिछले 6 दिनों से शहीद बेटे अमित शर्मा के पार्थिव देह का इंतजार कर रही मां का दिन रात रो-रो कर बुरा हाल था. कलेजे के टुकड़े के बिछड़ने के गम में मां की चीखें सैकड़ों लोगों के दिलों को भी चीर रही थी. पिछले मंगलवार को कुपवाड़ा सेक्टर के माछिल में शहीद हुए अमित शर्मा का पार्थिव गांव तलाशी खुर्द में स्थित उनके घर के आंगन में सोमवार को 11:36 पर पहुंचा.
शहीद के पार्थिव देह के घर के आंगन में पहुंचते ही चीख पुकार से माहौल बेहद गमगीन हो गया. यहां पर मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखें नम हो गई. हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक यहां पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई और सभी परिजनों ने शहीद के अंतिम दर्शन भी किए. शहीद की मां अलका देवी जैसे ही बेटे की पार्थिव देह के करीब पहुंची तो फूट-फूट कर बेटे से लिपट गई और उसका माथा चूमा.
सैनिकों और परिजनों ने मां को किसी तरह से संभाला. माथा चूमने के बाद मां अलका देवी ने बेटे को फूलों का हार पहनाकर विदा किया. 6 दिनों से बेटे के अंतिम दर्शनों का इंतजार कर रही मां अलका देवी ने 50 सेकेंड तक बेटे का अंतिम दीदार किया. 11:36 पर पार्थिव देह शरीर के घर के आंगन में पहुंचा और 18 मिनट के बाद 11:54 पर मोक्ष धाम के लिए अंतिम यात्रा पर रवाना हुआ.
घर के आंगन में 18 मिनट तक हिंदू रीति रिवाज के तहत अंतिम संस्कार के प्रक्रिया को पूरा किया गया. इसके बाद पैतृक मोक्ष धाम में राजकीय सम्मान के साथ वीर शहीद अमित शर्मा को अंतिम विदाई दी गई. पार्थिव देह को मोक्ष धाम तक ले जाने के लिए सड़क की व्यवस्था भी की गई थी, लेकिन परिजनों की इच्छा के अनुसार अंतिम यात्रा पैदल घर से रवाना हुई.