हमीरपुर:हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के चलते इन दिनों किसान-बागवान खासे परेशान है. बारिश नहीं होने के चलते किसानों की फसलें सूख रही है. वहीं, सरकार और प्रशासन ने भी अब इसको लेकर कमर कस ली है. सरकार ने प्रशासन से सूखाग्रस्त क्षेत्रों का डाटा मांगा है. प्रदेश के हमीरपुर जिले की बात करें तो यहां पर सूखे की मार से करोड़ों की गेहूं की फसल तबाह हो गई है.
रबी के सीजन में जिल में अब तक 28.50 करोड़ का नुकसान किसानों को झेलना पड़ा है. जिला कृषि विभाग हमीरपुर के आंकड़ों में यह बड़ा खुलासा हुआ है. हमीरपुर जिले में कुल 30,000 हेक्टेयर भूमि में खेती की जा रही है. यह संपूर्ण क्षेत्र सूखे की मार से प्रभावित हुआ है. जिला के सुजानपुर और बमसन ब्लॉक में 2612 हेक्टेयर एरिया में 50% से अधिक फसल सूखे के कारण बर्बाद हो गई है. जिले के अन्य ब्लॉकों में 30 से 35% गेहूं की फसल सूखे के कारण बर्बाद हुई है.
जिला में कुल 32,000 हेक्टेयर भूमि ऐसी है, जिस पर खेती की जा रही है. इसमें से 30,000 हेक्टेयर में गेहूं की फसल की बिजाई की गई है. गेहूं के अलावा आलू और अन्य सब्जियों की पैदावार भी सूखे की मार के कारण प्रभावित हुई है. कुल 1,740 हेक्टेयर एरिया में आलू और अन्य सब्जियों की बिजाई की जाती है, लेकिन सूखे के कारण यह पैदावार भी प्रभावित हुई है. गेहूं की 30,000 हेक्टेयर भूमि पर बिजाई की गई है. इसमें 25,387 हेक्टेयर भूमि पर 33% से कम फसल और 2612 हेक्टेयर में 33% से अधिक फसल सूखे के कारण प्रभावित हुई है. गेहूं के अलावा दालें की पैदावार भी सूखे की भेंट चढ़ गई है.