हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के नादौन की जलाड़ी पंचायत के जजौली गांव निवासी सैनिक दीपेश परमार की ड्यूटी के दौरान एक सड़क दुर्घटना में हुई दर्दनाक मौत के बाद बुधवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. सैंकड़ों नम आंखों ने दीपेश को अंतिम विदाई दी. इस दौरान सेना के जवानों ने अंतिम सलामी दी. वहीं, इस अवसर पर नादौन दौरे पर आए हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी शहीद सैनिक की मौत होने पर सांत्वना दी और शहादत पर शोक जताया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जो भी देश के लिए शहीद होता है और नादौन विधानसभा क्षेत्र से भी ITBP का जवान शहीद हुआ है भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
डेढ़ महीना महीना पहले ही हुई थी शादी:वहीं, ITBP बटालियन के आए हुए अधिकारी ने बताया कि नौंवी बटालियन में दीपेश था और मोटर मैकेनिक की गाड़ी को ठीक करते हुए हादसा हुआ है. जिसमें जवान शहीद हुआ है. उन्होंने बताया कि दीपेश का सेना में बहुत ही बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि दीपेश के शहीद होने पर सभी गमगीन हैं. आपको बता दें कि मंगलवार देर रात को दीपेश की पार्थिव देह को सेना की एक टुकड़ी ने पैतृक गांव में पहुंचाया था और शव के घर पहुंचते ही हर किसी की आंखें नम हो गईं. गत डेढ़ माह पूर्व ही जवान का विवाह हुआ था. मृतक दीपेश परमार पुत्र सुरजीत कुमार 3 साल पूर्व ITBP में भर्ती हुए थे. आजकल वह अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे गत 7 जनवरी को ड्यूटी के दौरान दीपेश एक वाहन की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गए.
29 दिसंबर को दीपेश गया था छुट्टी काटकर:घायल अवस्था में ही उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जोनल अस्पताल तेजू में ले जाया गया परंतु उपचार के दौरान ही दीपेश की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि गत 22 नवंबर को ही दीपेश का विवाह हुआ था और अभी 29 दिसंबर को वह छुट्टी काटकर वापस ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए गया था. दीपेश के पिता भी पूर्व सैनिक हैं. दीपेश की पार्थिव देह को उनके छोटे भाई आदर्श परमार ने मुखाग्नि दी.