हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी महिला अधिकारी उमा आजाद के बड़े बेटे ने 9 महीने के भीतर आयोग की 2 परीक्षाएं पास की थी. इतना ही नहीं आरोपी महिला अधिकारी का बड़ा बेटा नितिन आजाद एक परीक्षा में टॉपर रहा था. हालांकि, इस परीक्षा को टॉप करने के बाद जॉइनिंग करने के 3 महीने के अंदर उसने इस्तीफा दे दिया था. (HP Staff Selection Commission paper leak case)
नीलामीकर्ता की नौकरी ज्वाइन की:नितिन आजाद कृषि उपज एवं विपणन समिति हमीरपुर में नीलामीकर्ता की नौकरी पर लगा था. 5 मार्च 2022 को हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के तरफ से कृषि उपज एवं विपणन समिति के नीलामीकर्ता के 6 पदों का परिणाम घोषित किया गया था ,जिसमें उमा आजाद का बेटा नितिन आजाद 71.73 अंक लेकर टॉपर रहा था. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद नितिन आजाद हमीरपुर में कृषि उपज एवं विपणन समिति में नौकरी ज्वाइन तो की ,लेकिन 3 महीने के भीतर इस्तीफा दे दिया और 3 महीने बाद फिर कर्मचारी चयन आयोग की एक और परीक्षा को पास कर ली. (JOA IT Paper Leak Case)
15 दिसंबर को परिणाम में मिले 70.50% अंक:जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्टकोड 965 के पेपर लीक से महज 8 दिन पहले 15 दिसंबर को कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की तरफ से मार्केट सुपरवाइजर के 12 पदों का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था ,जिसमें नितिन आजाद ने 70.50% अंक हासिल किए थे यह पद भी कृषि उपज एवं विपणन समिति में ही भरा जाना था. हालांकि नितिन आजाद अभी नौकरी इस पद पर ज्वाइन नहीं कर पाया था. (himachal JOA IT Paper Leak Case)
बड़े बेटे की नौकरी पर संकट:पेपर लीक मामले में प्रारंभिक जांच में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के मुख्य आरोपी बनने के बाद अब बड़े बेटे की नौकरी पर भी संकट छा गया है.अब यह तय माना जा रहा है कि आरोपी महिला के कार्यकाल में हुई परीक्षाओं की विजिलेंस बारीकी से जांच करेगी. ऐसे में जॉइनिंग से पहले ही आरोपी महिला के बेटे की नौकरी पर भी संकट छा गया है.(JOA IT Paper Leak in HP)
आखिर नौकरी लगने से पहले क्यों दिया इस्तीफा:पेपर लीक मामले में महिला कर्मचारी उमा आजाद के छोटे बेटे निखिल आजाद को आरोपी बनाया गया है. बताया जा रहा है कि यह अपनी मां के साथ मिलकर जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 के पेपर को बेचने के कार्य में जुटा था. पेपर के खरीददार ढूंढने में निखिल और दलाल संजय की भूमिका अहम मानी जा रही है. वहीं आरोपी महिला के बड़े बेटे के द्वारा 9 महीने के भीतर ही 2 परीक्षाओं को पास कर लेना भी अब विजिलेंस के लिए जांच का विषय होगा.