हमीरपुर: भारतीय डाक विभाग ने विभिन्न बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बड़े बदलाव किए हैं. अधिकतर योजनाओं में 0.1 % से 0.7 % तक बढ़ोतरी की गई है. इस खास रिपोर्ट में हम आपको उन तमाम बचत योजनाओं की जानकारी देंगे, जिनकी ब्याज दरों में बदलाव किए गए हैं. ब्याज दरों में बदलाव के साथ ही अन्य स्रोतों में भी डाक विभाग की तरफ से अप्रैल महीने में बड़े बदलाव लागू किए गए हैं. खास बात यह है कि डाक विभाग की इन योजनाओं में आपको बैंकों से अधिक फायदा भी मिल सकता है. आरडी, एफडी, मंथली इनकम स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम से लेकर सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों में बड़े बदलाव हुए हैं. ब्याज दरों में बढ़ोतरी के साथ कुछ योजनाओं में अवधि में भी कमी की गई है.
आवर्ती जमा खाता यानी आरडी:सबसे पहले आवर्ती जमा खाता (Recurring Deposit Account ie RD) यानी आरडी में पोस्ट ऑफिस पहले 5.8% ब्याज दे रहा था. जिसमें 0.4% बढ़ोतरी करते हुए अब 6.2% ब्याज दरें अप्रैल महीने से लागू कर दी गई हैं. आरडी का यह खाता 5 साल का होता है. जिसमें व्यस्क या 10 साल से ऊपर का किशोर खाता खोल सकता है. नाबालिक के लिए यह खाता अभिभावक की तरफ से खोला जाता है.
मासिक आय योजना काफी फायदेमंद: मासिक आय योजना में 1 अप्रैल 2023 से पहले 7.1 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा था. जबकि अब 7.4 ब्याज दिया रहा है. इस योजना के तहत ₹9,00,000 तक खाताधारक जमा करवा सकता है. इस पर हर महीने खाताधारक को ब्याज प्राप्त होता है. यह 5 वर्ष का खाता होता है. इस खाते के अंतर्गत कोई भी व्यस्क या 10 साल से ऊपर का नाबालिग खाता खुलवा सकता है.
एफडी में तिमाही आधार पर ब्याज: सावधि जमा (Fixed deposit) जिसे आम भाषा में एफडी के नाम से भी लोग जानते हैं, उसमें भी बड़े बदलाव डाक विभाग की तरफ से किए गए हैं. 1 वर्ष की एफडी में पहले 6.6% ब्याज दिया जा रहा था. जिसमें 0.2% बढ़ोतरी की गई है. जबकि 2 साल की एफडी में 6.8 प्रतिशत ब्याज पूर्व में दिया जा रहा था, जिसमें 0.1% की बढ़ोतरी हुई है. 3 साल की एफडी में पहले से दशमलव 9 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा था, जिसमें 0.1% की बढ़ोतरी हुई है. वही 5 साल एफडी में ब्याज दर में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है. 5 साल की एफडी करवाने पर पूर्व में 7% ब्याज दिया जाता था. जिसमें अब 0.5% की बढ़ोतरी की गई है. सावधि जमा के इस खाते में महिला और पुरुष के लिए ब्याज दर एक ही है. जबकि इस खाते को व्यस्क और 10 साल से ऊपर का अव्यस्क तक खुलवा सकता है. इस योजना के अंतर्गत ब्याज तिमाही आधार पर देय होता है.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में सबसे अधिक ब्याज दर बढ़ी: राष्ट्रीय बचत पत्र यानी नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में ब्याज दर सबसे अधिक बढ़ाई गई है, इस खाते में महिला और पुरुष के लिए ब्याज दर एक ही है. जबकि इस खाते को व्यस्क और 10 साल से ऊपर का अव्यस्क तक खुलवा सकता है. खाते की अवधि 5 वर्ष है. इस खाते में पहले 7% ब्याज दिया जा रहा था. जबकि अब 0.7% की बढ़ोतरी की गई है. अब इस खाते पर खाताधारक को 7.7% ब्याज दिया जा रहा है.