हमीरपुर: आईएचएम हमीरपुर प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रयास कर रहा है. केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत कम पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार देने के लिए विभिन्न कोर्स के तहत बेरोजगार युवाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.
12वीं और मैट्रिक पास युवाओं को डिप्लोमा फूड एंड बेवरेज सर्विस और सर्टिफिकेट कोर्स इन फूड प्रोडक्शन करवाया जा रहा है. दोनों कोर्स में मई माह से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. स्थानीय लोगों और युवाओं को इसके प्रति जागरूक करने के लिए आयोजन में हमीरपुर पंचायत प्रतिनिधियों और शैक्षणिक संस्थानों में व्यक्तिगत तौर पर जाकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा, ताकि स्कूली छात्रों को इसके बारे में जानकारी मिल सके.
जानकारी के अनुसार इन दोनों कोर्स में प्रवेश 10वीं और 12वीं के मेरिट के आधार पर ही होता है. दोनों कोर्स की अवधि डेढ़ वर्ष की है. कोर्स करवाने के साथ ही संस्थान रोजगार से युवाओं को जोड़ने के लिए भी प्रयास कर रहा है. इसके लिए कई बड़े होटल और कंपनियों से संपर्क स्थापित किया जाता है. इसके अलावा युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है. इस वर्ष भी संस्थान ग्राम सभा में प्रतिनिधियों के माध्यम से और शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों को इन कोर्स के बारे में जागरूक करेगा.
आईएचएम हमीरपुर के एचओडी पुनीत बंटा ने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी जरूरतमंद और योग्य विद्यार्थियों को प्रशिक्षण और रोजगार देने के लिए प्रयास रहेंगे.
विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को इस बारे में जानकारी मिल सके इसके लिए क्विक संस्थानों में जाकर भी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. दोनों कोर्स में 30-30 सीटें उपलब्ध है. कोर्स करवाने के बाद प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने का प्रयास संस्थान की तरफ से किया जाता है, ताकि युवा व्यवसाय शुरू कर सफल बन सके.