हमीरपुर: कोविड-19 महामारी से बचाव के दृष्टिगत बुधवार को जिला मुख्यालय से सूचना, शिक्षा, सम्प्रेषण अभियान (आईईसी कैंपेन) का शुभारंभ हुआ. डीसी हरिकेश मीणा ने पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत की.
'सुरक्षा की युक्ति, कोरोना से मुक्ति' इस अभियान का नारा रखा गया है. उपायुक्त ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाई और आशा कार्यकर्ताओं को होम आइसोलेशन किट (कोरोना किट) प्रदान कर सांकेतिक तौर पर अभियान प्रारम्भ किया.
हमीरपुर में आईईसी कैंपेन शुरू. उपायुक्त हरिकेश मीणा ने सभी जिला वासियों से आग्रह किया कि वे केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए कोरोना से लड़ाई में अपना सक्रिय सहयोग दें. सभी लोग सही से मास्क पहनें, हाथ बार-बार धोएं और दो गज की दूरी का निर्वहन अवश्य करें. इसके अतिरिक्त अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु एप अवश्य डाउनलोड करें.
घर में पृथकवास (आइसोलेशन) पर रखे लोग एवं उनके परिजन भी स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करें. उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' का पालन करने का विशेष आग्रह भी किया.
आपको बता दें कि आशा वर्कर को बांटी गई इस कोरोना किट में पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, हैंड सेनिटाइजर, मास्क, आवश्यक दवाएं एवं होम आइसोलेशन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों व कोरोना से बचाव से संबंधित मार्गदर्शिका आदि शामिल हैं. लगभग 500 रुपए की यह किट प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को उपलब्ध करवाई गई है और इसका उपयोग होम आइसोलेशन में रखे कोरोना संक्रमित लोगों की जांच के लिए किया जा सकेगा.
अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, शिक्षा, पंचायतीराज, सामाजिक कल्याण, आयुष, गृह रक्षक वाहिनी, स्थानीय निकायों सहित अन्य विभागों के साथ मिलकर ग्राम स्तर तक कोरोना से बचाव संबंधी उपायों का प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करेगा. स्वास्थ्य विभाग सर्दी-जुकाम के लक्षणों वाले लोगों की स्क्रीनिंग भी करेगा और उच्च जोखिम वाले को-मार्बिड मामलों की जानकारी भी एकत्र की जाएगी, ताकि उनकी समय पर समुचित जांच की जा सके.
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