शिमला: विजिलेंस ने सोमवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए पेपर लीक मामले में पोस्ट कोड 971 पर भी एफआईआर दर्ज की है. राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो की ओर से गठित विशेष जांच दल ने लंबी जांच-पड़ताल के बाद भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की पुष्टि कर दी है. आज सोमवार को SIT ने पेपर लीक मामले में भंग हो चुके कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव एवं आरोपी एचएएस अधिकारी डॉ. जितेंद्र कंवर, निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, दलाल नीतू डोगरा, दलाल हरिराम और अभ्यर्थी मनमोहन सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है.
SIT ने किया पेपर लीक का भंडाफोड़:भंग होने से पहले हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने मई 2022 को राज्य बिजली बोर्ड में लाइनमैन के 186 पदों को भरने के लिए पोस्ट कोड 971 के तहत आवेदन आमंत्रित किए थे. आयोग के पास 22619 आवेदन आए थे. इसके बाद आयोग ने 25 अगस्त को लिखित परीक्षा का आयोजन किया. लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 738 अभ्यर्थियों का चयन 25 से 30 नवंबर तक होने वाले दस्तावेजों के सत्यापन के लिए किया गया था. अभ्यर्थी मनमोहन सिंह ने नीतू और हरिराम की मदद से पैसे देकर लिखित परीक्षा का पेपर हासिल किया था, लेकिन अब एसआईटी ने पेपर लीक का भंडाफोड़ कर दिया है.