हमीरपुर: शून्य से माइनस 50 डिग्री तापमान वाले सियाचिन ग्लेशियर में देश की रक्षा के लिए तैनात हमीरपुर का सपूत ब्रेन स्ट्रोक होने के कारण शहीद हो गया. वरुण कुमार का उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया. स्थानीय विधायक नरेंद्र ठाकुर समेत सैकड़ों लोगों ने वीर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित की.
पैतृक गांव पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर. बता दें कि दस दिन तक अस्पताल में रहने के बाद रविवार को वरुण ने कमांड अस्पताल चंडी मंदिर में दम तोड़ दिया था. मंगलवार को शहीद की पार्थिव देह को पैतृक गांव लाया गया. जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
स्थानीय विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि वीर सपूत देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया है. उन्होंने दुख की इस घड़ी में संबंधित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
बता दें कि हमीरपुर के दुलेड़ा गांव के निवासी वरुण कुमार शर्मा करीब 15 वर्ष पहले दो डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. 20 दिसंबर को जब वह सियाचिन ग्लेशियर पर थे तो उन्हें अचानक सर दर्द हुआ और खून की उल्टी होने लगी. मौसम खराब होने के चलते वरुण को ईलाज के लिए लेह से वाया रोड ही लद्दाख तक लाना पड़ा. 20 दिसंबर को उनका ऑपरेशन हुआ. इसके बाद उन्हें कमांड अस्पताल चंडी मंदिर शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन यहां वरुण ने दम तोड़ दिया.
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