हमीरपुर में बन रहा पहला इलेक्ट्रिकल व्हीकल चार्जिंग स्टेशन हमीरपुर:हिमाचल को ग्रीन स्टेट बनाने की तरफ प्रदेश सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले से यह कवायद जमीनी स्तर पर नजर आने लगी है.हमीरपुर जिले में एचआरटीसी डिपो का प्रदेश का पहला इलेक्ट्रिकल व्हीकल चार्जिंग स्टेशन बनना शुरू हो गया है. इस प्रोजेक्ट का 30% कार्य पूरा हो गया है.
हिमाचल प्रदेश का ग्रीन स्टेट की तरफ कदम 6 साइट चिन्हित की गई:जल्द ही यहां पर बिजली की सप्लाई सुनिश्चित होने के बाद इलेक्ट्रिकल व्हीकल चार्जिंग उपकरण इंस्टॉल किए जाएंगे. 5000000 से अधिक की लागत से इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा, जबकि बिजली बोर्ड से संबंधित कार्य ही 39 लाख है. इसके अलावा उपकरण की लागत अलग से आएगी. प्रदेश सरकार ने ग्रीन कॉरिडोर के अंतर्गत हमीरपुर जिले में 6 साइट चिन्हित की है.
एक साथ दो बस होंगी चार्ज:एचआरटीसी डिपो हमीरपुर द्वारा यह डीसी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया जा रहा है, जिसमें एक बस को महज 45 से 50 मिनट में चार्ज किया जा सकेगा. प्रारंभिक चरण में इसे चार्जिंग स्टेशन में दो बसों को एक साथ चार्ज करने की सुविधा उपलब्ध होगी. बताया जा रहा है कि 2 महीने के भीतर इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. कुल मिलाकर हिमाचल सरकार के पहले बजट में ग्रीन स्टेट को लेकर बड़ी घोषणाएं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से की गई थी. अब उन घोषणाओं को उनके ही जिले से जमीनी स्तर पर उतारा जा रहा है.
हमीरपुर में 10 करोड़ की लागत से बनेगा बस पोर्ट:हमीरपुर में 10 करोड़ की लागत से बस पोर्ट का निर्माण होगा. जिला मुख्यालय हमीरपुर के बाईपास में बस स्टैंड और बस पोर्ट दोनों एक साथ निर्मित किए जाएंगे. यहां पर एक साथ 8 से 10 बसों को चार्ज करने की सुविधा उपलब्ध होगी. मुख्यमंत्री के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में इलेक्ट्रिकल बस डिपो प्रस्तावित है. यहां पर इस बस डिपो के निर्माण के लिए भी कवायद शुरू कर दी गई है.
इतना बजट होगा खर्च:हमीरपुर जिले में ग्रीन कॉरिडोर के तहत 6 साइट को चिन्हित किया गया है. यह सभी चार्जिंग स्टेशन 11 केवी के प्रस्तावित हैं. हमीरपुर बाईपास में 11 केवी सप्लाई के लिए 85 लाख, हमीरपुर बाईपास पर ही 11 केवी सप्लाई के लिए 91 लाख की लागत से दो प्रोजेक्ट प्रस्तावित है. एचआरटीसी डिपो हमीरपुर वर्कशॉप 11 केवी 39 लाख, बस स्टैंड सुजानपुर 11 केवी 41 लाख, बस स्टैंड नादौन 11 केवी 34 लाख ,बस स्टैंड जाहू 11 केवी 46 लाख, न्यू इलेक्ट्रिकल डिपो नादौन 11 केवी 91 लाख की लागत प्रस्तावित है.
कमर्शियल और प्राइवेट गाड़ियों के लिए चार्जिंग की सुविधा :हमीरपुर जिले में यातायात विभाग की तरफ से भी कमर्शियल और प्राइवेट गाड़ियों की चार्जिंग के लिए स्टेशन स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है. इस कड़ी में हमीरपुर जिले में हाईवे किनारे भी लोगों को गाड़ियों को चार्ज करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी ,जिसके तहत कमर्शियल चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे. कुल मिलाकर 72 लोकेशन हमीरपुर जिले में आईडेंटिफाई की गई, जिनमें से कुछ लोकेशन हाईवे किनारे हैं. इलेक्ट्रिकल गाड़ियों को चार्ज करने के लिए अब घंटों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बल्कि 20 से 25 मिनट में यह कार्य हो जाएगा. इलेक्ट्रिकल गाड़ियों को चार्ज करने के लिए DC चार्जर के चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे. यह चार्जिंग स्टेशन कमर्शियल स्तर पर स्थापित होंगे.
एसी और डीसी चार्जिंग स्टेशन में है ये है अंतर:दरअसल AC चार्जिंग स्टेशन के जरिए एक गाड़ी को 4 से 5 घंटे में चार्ज किया जा सकता है, जबकि डीसी चार्जर के जरिए यह कार्य 20 से 25 मिनट में होगा. यह प्रयास किया जा रहा है कि यह डीसी चार्जिंग स्टेशन हाईवे किनारे स्थापित किए जाएंगे ,ताकि महज कुछ ही मिनटों में गाड़ी चार्ज हो सके.
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