हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुक्खू के गृह क्षेत्र नादौन में फैले डायरिया के मामले में सरकार एक्शन मोड में आ गई है. बीमारी फैलने के पांचवें दिन सरकार ने यहां पर अब अवैध और अवैज्ञानिक खनन के पर एफआईआर दर्ज करवा दी है. पेयजल योजना के मुख्य सोर्स पर अवैध और अवैज्ञानिक तरीके से किए गए खनन को जल दूषित होने का मुख्य कारण माना है और इसके साथ कुनाह खड्ड में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए घोषणा की गई है. इस सिलसिले में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बुधवार को जिला मुख्यालय हमीरपुर पहुंचे और यहां पर प्रशासनिक और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से रूबरू होते हुए उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मामले में लीपापोती की कोई गुंजाइश नहीं है. सरकार इस मामले में कागजों पर ना जाकर धरातल पर कार्य करेगी. यहां पर 3 पेयजल योजनाओं के लिए एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस ट्रीटमेंट प्लांट पर एक करोड़ खर्च किए जाएंगे और 7 दिन के भीतर जल शक्ति विभाग टेंडर आवंटित करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के चलते यहां पर 31 मार्च तक ट्रीटमेंट प्लांट के कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और जल्द ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां पर ट्रीटमेंट प्लांट के सौगात लोगों को देंगे.
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जबकि प्रदेशभर में इस बाबत अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जल शक्ति विभाग की योजनाओं के नजदीक जहां भी अवैध खनन हुआ है वहां पर एफ आई आर दर्ज करवाई जाए. सरकारी संपत्तियों के नजदीक जहां भी अवैध अथवा अभियान इस तरीके से खनन हुआ है तो यह विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह एफ आई आर दर्ज करवाएं. प्रदेश भर में अधिकतर जगहों पर बिना लीज के ही पिछले 5 साल से कार्य किया जा रहा है.