भोरंज/हमीरपुर: हैप्पी क्लब धमरोल लगातार भोरंज उपमंडल में लॉकडाउन की शुरूआत से ही अपनी सेवाएं दे रहा है. हर जगह हैप्पी क्लब की के कामों की क्षेत्र चर्चा है.
लॉकडाउन में हैप्पी क्लब की ओर से गरीब लोगों व प्रवासी परिवारों को लगभग 22 टन के करीब अनाज, सब्जी, मसाले बांटे गए. साथ ही सार्वजनिक जगहों को भी सेनीटाइज किया गया.
हालांकि अब लॉकडाउन खत्म हो चुका है, फिर भी लोगों में कोरोना का डर बना हुआ है. बावजूद इसके इस क्लब के युवा सदस्य कोरोना वॉरियर की तरह अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
अब भी हैप्पी क्लब धमरोल के सदस्य अपनी जिम्मेदारी निभाने से पीछे नहीं हट रहे हैं. जब भी उन्हें अपने काम से फुर्सत मिलती है, तो वे क्षेत्र में अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं. धमरोल पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण भी उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं.
सोमवार को भी हैप्पी कल्ब ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरेड़ी व पंचायत घर धमरोल को सेनिटाइज किया. गौरतलब है कि उपमंडल भोरंज के तहत भरेड़ी स्कूल में क्वारंटाइन किए गए दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिन्हें कोविड सेंटर हमीरपुर में 10 दिन पहले शिफ्ट किया गया था.
उसके बाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरेड़ी में उनके कपड़े और सामान रह गया था. जिसे हैप्पी क्लब धमरोल ने सेनिटाइज किया और उनके घर पर पंहुचाया. इस काम में हैप्पी क्लब धमरोल के सदस्य व ग्राम पंचायत धमरोल के प्रधान विजय कुमार, हैप्पी क्लब धमरोल के प्रधान नरेश कुमार, सचिन कुमार, वीर सिंह, रजत गौतम शामिल थे.
हैप्पी क्लब के प्रधान नरेश कुमार उर्फ ज्योति ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव लोगों के समान की सुध जब न तो प्रशासन ने ली और न ही स्कूल ने तो, क्लब के सदस्यों ने स्कूल और समान को सेनिटाइज कर उनके घर पंहुचा दिया है.
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