हमीरपुर: धोखाधड़ी के मामले में 2012 में फरार चल रहे आरोपी को जाल में फंसाने के लिए पुलिस ने किसी फिल्म की तरह पटकथा लिखी और उसे घर आने पर मजबूर कर दिया. पुलिस की कहानी सक्सेस हुई और जैसे ही आरोपी घर पर पहुंचा पुलिस ने गिरफ्तार कर कहानी का अंत कर दिया.
पुलिस ने फिल्मी अंदाज में किया ठग को गिरफ्तार, साढ़े 28 लाख का लगाया था चूना - Hamirpur police caught the accused in film style
हमीरपुर पुलिस ने फिल्मी अंदाज में फ्रॉड के आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पहले पटकथा लिखी. फिर उस पर एक्शन लेकर काम किया.इस बार कोई रिटेक नहीं हुआ और आरोपी को घर में ही दिल्ली से बुलाकर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
पुलिस के मुताबिक रंगस निवासी राजेश कुमार ने एक बैंक से 28.50 लाख का लोन जेसीबी और ट्रैक्टर के लिए लिया. जिससे अंब की फर्म को पैसा ट्रांसफर हो गया, लेकिन राजेश को न तो जेसीबी. मिली और न ही ट्रैक्टर.राजेश को तो पता ही नहीं चला कि उसके नाम का लोन भी पास हुआ था. इसमें बैंक मैनेजर की भी मिलीभगत का अंदेशा पुलिस को है. राजेश को पता उस समय चला जब बैंक के नोटिस आने शुरू हुए .
उसने बैंक में पूछताछ की तो पता चला कि 28,50 लाख रुपए का लोन अंब की फर्म को जा चुका है. जिस पर राजेश ने बैंक के अधिकारियों सहित अन्य लोगों के पास अपनी बात रखी, परंतु हर जगह निराशा ही मिली. तब राजेश ने मामला उच्च न्यायालय में दर्ज करवाया. मार्च 2019 में उच्च न्यायालय ने पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए.जिस पर पुलिस ने अंब की फर्म के मालिक की धरपकड़ शुरू की तो फर्म का मालिक अरुण पटियाल वासी मुकेरियां फर्म बंद कर फरार हो गया. तभी थाना प्रभारी प्रवीण राणा ने जाल बिछाया और किसी तरह अरुण को घर पर बुलाने के बारे में मजबूर किया. जैसे ही अरुण दिल्ली से तलवाड़ा पहुंचा तो थाना प्रभारी ने उसे पकड़ लिया.
जाली फर्म बनाई
आरोपी ने अंब से जाली एसएस ट्रेडर्स नामक फर्म बनाई, जिसे लाखों का चूना लगाकर फरार हो गया. इसमें बैंक के अधिकारियों की भी मिलीभगत बताई जा रही है. नादौन थाना एसएचओ प्रवीण राणा ने बताया आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.वहीं,पुलिस इस मामले में बैंक अधिकारियों के शामिल होने की बात से भी इंकार नहीं कर रही है.पुलिस का कहना है कि इस बात को भी गंभीरता से लेकर काम किया जा रहा है.
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