हमीरपुर:प्रदेश के हमीरपुर जिले के करेर में बुजूर्ग ढाबा संचालक और उसके बेटे से मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. ग्रामीणों ने शनिवार को इस सिलसिले में डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा से मुलाकात की है. हमीरपुर पुलिस ने क्रॉस केस दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तीसरे पक्ष की संलिप्तता भी उजागर हुई है. दरअसल, प्रारंभिक पुलिस जांच और दोनों पक्षों की तरफ से दिए गए बयान में यह सामने आया है कि 21 सितंबर रात को हुई इस मारपीट में एक स्थानीय इलेक्ट्रीशियन भी सम्मिलित था.
बताया जा रहा है कि यह इलेक्ट्रीशियन भी यहां पर खाना खाने के लिए पहुंचा था और दो पक्षों में हुई झड़प में यह भी भिड़ गया था. मामला अधिक तनावपूर्ण होने के बाद यह इलेक्ट्रीशियन यहां से फरार हो गया. जबकि ढाबा संचालक और दूसरा पक्ष आपस में उलझ गए. दरअसल, आधी रात को हुए इस खूनी खेल में तीसरे पक्ष की संलिप्तता की पुलिस जांच कर रही है.
वहीं, इस वारदात में गंभीर रूप से जख्मी बुजुर्ग ढाबा संचालक के पक्ष में स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस पर निष्पक्ष कार्रवाई न करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. दर्जनों ग्रामीण शनिवार को डीसी कार्यालय में पहुंचे और ज्ञापन सौंप कर इस मामले में पुलिस को निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई करने के आदेश देने की मांग उठाई है. ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कहा कि यदि मामले में शीघ्र आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती है तो, वह चक्का जाम करने से भी नहीं चूकेंगे.
बता दें, 21 सितंबर की रात को करेर में ढाबा संचालक बुजूर्ग सीताराम और उनके बेटे नरेश के साथ दूसरे पक्ष के लोगों ने मारपीट की. मारपीट मामले में करीब 12 आरोपियों के शामिल होने की शिकायत पुलिस को दी गई थी. घटना में त्वरित कार्रवाई न होने पर पीड़ितों ने एसपी हमीरपुर आकृति शर्मा से वीरवार को मुलाकात की थी, लेकिन पुलिस की अभी तक की कार्रवाई से स्थानीय लोग से संतुष्ट नहीं है. मामले में पीड़ितों का स्पष्ट कहना है कि अभी तक कुछ संदिग्ध लोग क्षेत्र में घूम रहे हैं. ऐसे में उन्हें इन लोगों से खतरा है. पुलिस यदि इन लोगों को नहीं पकड़ सकती है तो, उन्हें ही कस्टडी में ले लें. ताकि उनकी जान को खतरा न हो.